नवादा : सरकारी विद्यालय के बच्चे जब टाई- बेल्ट, जूता-मोजा और बैग से सुसज्जित होकर विद्यालय जायेंगे तो वे बड़े-बड़े प्राइवेट विद्यालय के बच्चों की तरह अपना मनोबल ऊंचा रख पाएंगे। शिक्षा के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले जिला बुद्धिजीवी विचार मंच के संयोजक अवधेश कुमार ने शनिवार को नगर के गोवर्द्धन मंदिर के पास स्थित उत्क्रमित अनुसूचित मध्य विद्यालय में अपने पेंशन की राशि से टाई और बेल्ट का वितरण करते हुए उपर्युक्त बातें कही। टाई बेल्ट वितरण समारोह की अध्यक्षता विद्यालय प्रधानाचार्य गौरी शंकर ने की। संचालन का दायित्व स्वयं अवधेश कुमार ने निभाया। अनुसूचित विद्यालय के सभी बच्चे टाई और बेल्ट पाकर काफी खुश हुए और उनके भीतर आत्मविश्वास बढ़ने लगा।
इस अवसर पर शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद कराया गया जिसमें अभिभावकों ने विद्यालय में आवश्यक संसाधनों की कमी को पूरा करने की गुहार लगाई। खासकर वर्ग कक्ष की कमी के कारण होने वाली समस्याओं से उपस्थित शिक्षाविदों को रूबरू कराया और स्थानीय विधायक से इसके लिए पहल करने की मांग की। लोक गायक चंदेश्वर प्रसाद ने शिक्षा जागरूकता गीत से वितरण समारोह की शुरुआत की। उपस्थित शिक्षाविदों के करकमलों से प्रत्येक कक्षा के लगभ 159 बच्चों को टाई और बेल्ट प्रदान किया गया और 26 जनवरी को विद्यालय के संपूर्ण गणवेश में पहुँच कर स्वतंत्रता दिवस मनाने की प्रेरणा दी गई।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि उत्क्रमित अनुसूचित मध्यविद्यालय में ज्यादातर बच्चे न केवल दलित महादलित वर्ग के हैं बल्कि आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं इसलिए इन बच्चों को आवश्यक शिक्षा सामग्री मुहैया कराना आवश्यक है । वक्ताओं ने अभिभावको को प्रेरित करते हुए अपने-अपने बच्चों को नियमित रूप से स्वच्छता का ख्याल रखते हुए विद्यालय भेजने की अपील की और सुबह शाम बच्चों के साथ बैठकर पढ़ने पढ़ाने का दायित्व दिया।
सेवानिवृत शिक्षक रामेश्वर चौधरी ने कहा कि अभिभावक अगर चाह ले तो बच्चों को शिक्षित करके स्वंय अभाव की जिंदगी से बाहर निकल सकते हैं। समय-समय पर अवधेश बाबू की तरह समर्पित शिक्षाविद इन बच्चों के सहायतार्थ माँ-बाप बनकर आते रहेंगे। मौके पर रामबिलास प्रसाद, रामरूप प्रसाद यादव, रामवरण प्रसाद, अशोक समदर्शी, मथुरा पासवान, शिक्षक अन्नू रानी, दिनकर दयाल पासवान , राजेश कुमार, प्रवीण कुमार, पूनम कुमारी, मीणा देवी, कुमारी मधुवाला, रामबहादुर, शम्भू विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।
भईया जी की रिपोर्ट