नवादा : 2016 से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहने से बिहार में पूर्ण शराबबंदी हैं। खबर नावदा जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला व रजौली थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगल “शलगढ़” से है। जहाँ, उत्पाद विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए दो स्थानों पर घने जंगल वाले इलाके में संचालित अवैध शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री को ध्वस्त कर भारी मात्रा में जावा महुआ, शराब बनाने में प्रयुक्त उपकरण व भट्टी को नष्ट कर दिया। टीम ने करीब 4000 किलो जावा महुआ, मीठा का घोल व करीब 120 लीटर, अवैध महुआ शराब व शराब के उपकरण को आग के हवाले करते हुए विनिष्ट कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पुलिस ने छापेमारी के दौरान चार शराब कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है। छापेमारी दल का नेतृत्व रूपेश कुमार, अवर निरीक्षक उत्पाद कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि गुप्त सूचना मिली की शैलगढ के जंगल में अवैध शराब निर्माण किया जा रहा है, जिसके सत्यापन के बाद अवैध शराब कारोबार करने व करवाने वाले तीन धंधेबाजों को चिन्हित कर चार को गिरफतार कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। शैलगढ़ के घने जंगल में शराब निर्माण कर रहे दो शराब भट्ठियों से चार लोगों को घेरा बंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
बताया की सिरदला थाना क्षेत्र के हेमजा भारत गांव के स्व.बिनोद यादव के पुत्र अरविंद कुमार उर्फ मोहन,बसेरिया गांव के कमलेश कुमार,बिपिन कुमार तथा शेरपुर गांव के संजय पासवान, के द्वारा भट्ठी का संचालन किया जा रहा था। इनके द्वारा झारखंड क्षेत्र से मजदूरों को ला कर शराब बनाने के काम में लगाया गया था। झारखंड राज्य के गोरदाय, थाना मरगहादा जिला खूंटी के शोभा मुंडा, पिता हरी मुंडा, डाडू मुंडा, पिता गंजू मुंडा, सिगराय मुंडा, पिता दामों मुंडा, कलदडीह, थाना अड़की, जिला खूंटी,झारखंड, वर्तमान पता शेलगढ, झारखंड राज्य के पकड़ाए वक्तियों के द्वारा बताया गया कि अरविंद उर्फ मोहन, संजय, कमलेश के द्वारा भट्ठी का संचालन किया जा रहा था जो मौके से भागने में सफल रहा है। इन लोगों पर उत्पाद अधिनियम के धारा 30 ए व 30 सी के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस का मुखबिर ही निकला शराब कारोबारी
स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस मुखबिर जो शैलगढ के घने जंगल में शराब का मिनी फैक्ट्री लगा रखा था, जिसे उत्पाद पुलिस ने कड़ी मशक़्क़त के बाद ढूंढ तो निकाला पर मौके से भागने में सफल रहा। सूत्रों की मानें तो इन पर सिरदला व रजौली थाने में अवैध शराब व अवैध बालू खनन के कई मामले दर्ज है, साथ ही वर्ष 2020 में शराब कारोबार में इनके दादा भी जेल जा चुके हैं, जहां इनके दादा की बीमारी के कारण जेल में ही 01 जनवरी 2020 को मौत हो चुकी है।