मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची से दुष्कर्म और इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में लापरवाही पर बिहार सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को उनके पद से हटा दिया गया है। जबकि मुजफ्फरपुर के SKMCH की डॉक्टर कुमारी विभा को सस्पेंड कर दिया गया है। बच्ची को पहले SKMCH में भर्ती कराया गया था जहां उसकी हालत बिगड़ने पर उसे PMCH रेफर किया गया था। यहां पीएमसीएच में बच्ची के इलाज में हुई देरी और लापरवाही के चलते उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद जब मामले ने तूल पकड़ा तो स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी जांच के लिए विभाग के तीन डायरेक्टरों की एक कमेटी बनाई है। इस कमेटी की जांच से पहले ही मुख्यमंत्री ने आज यह कार्रवाई कर दी।
इधर दलित बच्ची के रेप और उसके इलाज में लापरवाही के मुद्दे पर बिहार में सियासी बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस पार्टी और जनसुराज के नेताओं ने आज बुधवार को पटना में राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। दोनों ही पार्टी के नेताओं ने इस मुलाकात में पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की है। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राज्य राजेश राम और 11 अन्य सदस्य शामिल थे। इन लोगों ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उनसे इस पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है। कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि दलित बच्ची का ना सिर्फ बलात्कार हुआ बल्कि हत्या भी की गई। 17 जगह जख्म के निशान थे। अस्पताल में समय पर भर्ती नहीं किया गया। सरकार की तरफ से बरती गई यह एक आपराधिक लापरवाही है।
दूसरी तरफ दलित बच्ची वाले मामले को लेकर ही आज जनसुराज के नेता भी राजभवन पहुंचे। जनसुराज के बिहार अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने पहुंचा। राज्यपाल से दलित बच्ची को इंसाफ दिलाने की मांग करते हुए प्रतिनिधिमंडल ने उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की। इस दौरान प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज की तरफ से राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।