लोकसभा चुनाव धीरे धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है
लोकसभा चुनाव धीरे धीरे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। 543 लोकसभा सीटों में से 280 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है। वहीं बाकी सीटों पर मतदान होना बाकी है। जिसको लेकर सभी पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। वहीं जहां एनडीए की ओर से कई दिग्गज नेता चुनावी प्रचार कर रहे हैं तो वहीं महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव ने अकेले ही बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बता दें कि, तेजस्वी यादव के कमर में दर्द है जिससे उनको चलने और खड़े होने में तकलीफ हो रही है। जिसके कारण तेजस्वी व्हीलचेयर पर बैठ कर ही अधिकतर रैलियां कर रहे हैं।
वहीं अपने दर्द को लेकर तेजस्वी यादव का कहना है कि अगर अभी वो बैठ गए तो फिर जनता को पांच साल और महंगाई और बेरोजगारी को झेलना होगा। वहीं बीजेपी के नेताओं के द्वारा लगातार तेजस्वी यादव के दर्द का मजाक बनाया जा रहा है। बीजेपी के नेता तेजस्वी यादव को बीमार बता रहे हैं। एनडीए नेताओं का कहना है कि तेजस्वी यादव पहले आराम करें फिर जब ठीक हो जाएंगे तब पीएम मोदी से लड़ेंगे। इसी कड़ी में अब केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने भी तेजस्वी यादव के दर्द को लेकर मजाक उड़ाते नजर आएं हैं। उन्होंने कहा है कि, तेजस्वी यादव को दर्द होता रहे लेकिन पीएम तो मोदी ही बनेंगे।
नित्यानंद राय ने अपने चुनावी क्षेत्र पातेपुर में एक सभा के दौरान कहा कि ये जो तेजस्वी यादव हो या राहुल गांधी इनको क्यों दर्द हो रहा है
नित्यानंद राय ने अपने चुनावी क्षेत्र पातेपुर में एक सभा के दौरान कहा कि ये जो तेजस्वी यादव हो या राहुल गांधी इनको क्यों दर्द हो रहा है? दर्द उनको होता रहे, पैर से लेकर, घुटना में, कमर में, पेट में, दांत में, सिर में जहां भी दर्द हो प्रधानमंत्री तो मोदी ही बनेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन लोगों को दर्द होता रहे हैं। पीएम तो मोदी ही बनेंगे। वहीं चिराग पासवान ने भी तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि, तेजस्वी यादव अपनी हार को देखकर बौखलाएं हुए हैं। इसलिए तेजस्वी शब्दों की मर्यादा को तोड़ कर बयानबाजी कर रहे हैं।
मालूम हो कि, बीते दिन तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर ट्विट कर अपने दर्द को लेकर कहा था कि, “असहनीय कमर दर्द के चलते दर्द निवारक इंजेक्शन और दवा लेकर आपके बीच घूम रहा हूँ। कमर पर अब बेल्ट भी बाँध दिया है। चिकित्सकों ने 3 हफ़्ते का बेड रेस्ट तथा खड़ा होने एवं पैदल नहीं चलने की हिदायत दी है। इस हालात में भी आपके बीच, आपके लिए हूँ। चुनाव 5 वर्ष में एक बार होता है अगर अभी आपके लिए नहीं लड़ा तो और फिर 5 साल आपको गरीबी, महंगाई व बेरोजगारी झेलनी पड़ेगी। जब तक युवाओं को नौकरी नहीं दिलाऊँगा तब तक शांत नहीं बैठूँगा”।