महागठबंधन की पटना में आज होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले वहां लगी एक तस्वीर को लेकर बवाल मच गया है। महागठबंधन के मंच पर लगे पोस्टर में केवल तेजस्वी की तस्वीर है। इसको लेकर किच-किच तब शुरू हो गई जब पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इसपर कड़ा ऐतराज जता दिया। पप्पू ने कहा कि बिना राहुल गांधी की तस्वीर के कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि राहुल के चेहरे पर वोट मिलता है। महागठबंधन के मंच पर जिस तरह से केवल तेजस्वी यादव की तस्वीर लगी हुई है, उससे कई सियासी संकेत मिल रहे हैं। कहा जा रहा कि महागठबंधन में तेजस्वी के सीएम फेस पर सभी राजी हो गए हैं। हालांकि, कांग्रेस या सीपीआई की तरफ से इस बारे में कुछ नहीं कहा गया।
पप्पू यादव ने कहा कि बिना राहुल गांधी के महागठबंधन का कोई औचित्य है क्या? मैं नहीं मानता हूं। राहुल गांधी की तस्वीर पर ही वोट पड़ने हैं। किसी और तस्वीर पर वोट नहीं पड़ने वाले हैं। राहुल गांधी सीधा सिंगल चेहरा होना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि कायदे से महागठबंधन के पोस्टर में सभी दलों के नेताओं का चेहरा होना चाहिए। पप्पू यादव ने पोस्टर पर केवल तेजस्वी के चेहरे को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि गठबंधन में जितने दल उन सबका चेहरा होना चाहिए। ये सही नहीं है कि केवल तेजस्वी की फोटो लगे। इसका संदेश गलत जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव से मुलाकात का कोई फायदा नहीं है। ये बिहार है। यहां राजनीति सिद्धांत से नहीं चलती है। मूल्यों से चलने वाला एक ही व्यक्ति है, सिंगल नीतीश कुमार। उनके अलावा कोई नहीं।
उन्होंने कहा कि बिहार में मूल्यों की राजनीति में चलने वाली न तो बीजेपी है और न कोई और दल। पप्पू यादव का इशारा साफ—साफ राजद की तरफ था। उन्होंने कहा कि आप किसी एक दल के नेता के चेहरे के सहारे बिहार चुनाव में नहीं जीत सकते। अगर एक नेता पर चलना ही था तो गठबंधन की राजनीति में क्यों आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सबका ख्याल रखती है। किसी के नाम की घोषणा हो, वह भी नरेंद्र मोदी के सामने तो वोट किसी और के चेहरे पर नहीं मिलेगा। लोग राहुल गांधी के चेहरे पर वोट करेंगे। राहुल गांधी के बिना आप बिहार नहीं जीत पाएंगे।