पूर्वी चम्पारण : राधमोहन और राजेश में सीधी लड़ाई
चम्पारण से …✍️ संजय कौशिक
मोतिहारी : चम्पारण में लोकसभा 2024 का चुनाव छठे चरण में 25 मई को होना है। 29 अप्रैल से निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ ही जाएगी। इसी के साथ ही राजनीतिक घमासान भी शुरू होगा। तातपर्य यह कि मतदान में एक माह से भी कम का समय बचा है। चुनाव का रंग चढ़ने लगा है। पूर्वी चम्पारण के लिए भाजपा ने पहले ही अपना प्रत्याशी राधामोहन सिंह को घोषित कर दिया था। इंडी गठबंधन ने अपना प्रत्याशी विलम्ब से घोषित किया। इंडी गठबंधन के घटक दल भीआईपी से डॉ0 राजेश कुमार चुनाव मैदान में हैं।
फ़िलवक्त राधामोहन सिंह और डॉ0 राजेश कुमार के बीच सीधा मुकाबला है। इस सीट से राधमोहन सिंह, 10 बार चुनाव लड़ चुके हैं। छह बार लोकसभा में इस सीट से प्रतिनधित्व कर चुके हैं। भाजपा ने 11 वीं बार उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। विगत 3 बार से वे लगातार सांसद हैं। राधमोहन सिंह, भारत सरकार के कृषि कल्याण मंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, बिहार प्रदेश भजपा के अध्यक्ष जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर काबिज रहे हैं। फ़िलवक्त वे रेलवे संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष, राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी, यूपी भाजपा के प्रभारी के पद पर हैं।
वीआईपी प्रत्याशी डॉ0 राजेश कुमार ने 2015 में केसरिया विधानसभा क्षेत्र का बिहार विधानसभा प्रतिनिधित्व किया है। तब उन्होंने राजद प्रत्याशी के रूप में भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को पराजित किया था। डॉ0 राजेश कुमार को 47.46 प्रतिशत मत प्राप्त हुआ था, जबकि उनके निकटम प्रतिद्वंदी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को 35.43 प्रतिशत मत मिले थे। यह डॉ0 राजेश कुमार की पहली राजनीतिक पारी थी।
बेहतर शुरुआत के बाद भी 5 वर्ष बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट से वे वंचित हो गए। राजद ने संतोष कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया। तब डॉ0 राजेश कुमार ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। यह फैसला उन्हें भारी पड़ा। इस बार उन्हें महज 17,729 वोट मिले और 5 वें स्थान से उन्हें संतोष करना पड़ा। वोट का प्रतिशत 47.46 से गिरकर 11.72 पर सिमट गया।
इस बार डॉ0 राजेश कुमार, इंडिया गठबंधन के घटक दल वीआईपी से पूर्वी चम्पारण लोकसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाने उतरे हैं। यह उनका 3 रा चुनाव है। जबकि उनके प्रतिद्वंदी राधमोहन सिंह 11 वीं बार चुनाव मैदान में हैं। यूं तो राधमोहन सिंह की 1967 में नगर प्रमुख, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मोतिहारी से राजीनीति के क्षेत्र में कदम रखा था लेकिन पहली बार 1989 में चुनाव मैदान में उतरे और पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। डॉ0 राजेश कुमार का अपने से तकरीबन 5 दशक वरिष्ठ राजननीतिज्ञ और ढाई दशक बड़े चुनावी रणनीति के अनुभवी राधमोहन सिंह से मुकाबला है। ऐसे में पूर्वी चम्पारण का चुनाव काफी रोचक होगा।