काराकाट सीट से चुनाव हारने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा और जदयू को सावधान करते हुए कहा है कि हार की समीक्षा के बाद जो बातें सामने आएं, उन्हें पब्लिक डोमेन में लीक नहीं होने दें। ऐसा न करना एनडीए के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। कुशवाहा ने कहा कि विपक्ष घात लगाए हुए है। ऐसे में आंतरिक समीक्षा की बातें पब्लिक में आने से उसे मौका मिलेगा और वह हमारे लिए नुुकसानदायक होगा।
विरोधी ताक में, NDA को हो सकता नुकसान
दरअसल 2019 की तुलना में इसबार एनडीए को बिहार में 9 सीटों का नुकसान हुआ। भाजपा और जदयू दोनों हार के कारणों की समीक्षा कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से की गई समीक्षा बैठक में एक बड़ी बात सामने आयी कि जदयू का वोट भाजपा को ट्रांसफर नहीं हुआ। उपेंद्र कुशवाहा का इशारा इसी को लेकर था कि ये बातें पब्लिक डोमेन में नही आनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो जदयू के साथ खटास उत्पन्न हो सकती है। राजद तो इसी ताक में बैठा है। वह एनडीए की एकता पर प्रहार करने के मौके तलाश रहा है।
हार की समीक्षा के साथ सावधानी भी जरूरी
काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे एनडीए के सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा चुनाव हार गए हैं। इसके बाद अब कल भाजपा के तरफ से किए गए समीक्षा बैठक में जो बातें सामने आई है उसपर उन्होंने आज गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। कुशवाहा ने कहा है कि जो बातें भाजपा के तरफ से कही गई हैं, उनके मीडिया में आने से काफी नुकसान हो सकता है। कुशवाहा ने कहा कि एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं से करबद्ध निवेदन है कि ऐसी खबरों को बाहर जाने से बचें। ये खबरें आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति को जन्म दे सकती हैं। चुनाव परिणाम की समीक्षा जरूरी है लेकिन यह हमारा यानी एनडीए का आंतरिक मामला है।