जदयू ने आज लालू फैमिली पर तीखा प्रहार करते हुए पूछा कि पटना जैसे मेट्रो शहर में लालू-तेजस्वी परिवार के पास 43 बीघा जमीन कहां से आया? तरुण यादव, धन्नू, दुर्गा और गौरी भारती लालू परिवार के कौन हैं? आज गुरुवार को पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के ‘जॉब शो’ के दावे धज्जियां उड़ाते हुए खुलासा किया कि पूरा लालू परिवार पटना ‘लैंड शो’ चला रहा। यही नहीं, जदयू नेता नीरज कुमार ने यह भी दावा कर दिया कि लोकसभा चुनाव बाद एनडीए की नई सरकार जैसे ही बनी, उनकी सारी काली कमाई वाली जमीन जब्त कर अनाथालय-वृद्धाश्रम बनाये जयेंगे।
नीतीश का ‘जॉब शो’, तेजस्वी का ‘लैंड शो’
जदयू नेता ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार का फोकस विकास पर रहा लेकिन लालू—तेजस्वी समेत पूरा परिवार नौकरी के बदले जमीन हथियाने के कारोबार में लगा रहा। जबकि नीतीश कुमार नौकरी देते रहे। लेकिन उन्होंने कभी एक पैसे का सवाल अपने उपर नहीं उठने दिया। दूसरी तरफ लालू का परिवार मौका मिलने पर कहीं से भी पैसे वसूल कर लेता है। तेजस्वी की पूरी मंशा नौकरी के नाम पर ली गई 77 बीघा जमीन को बचाने की है। जदयू नेता नीरज कुमार ने यह भी दावा किया कि उनके पास सारे दस्तावेज और सबूत हैं। उन्होंने तेजस्वी को चुनौती भी दी कि अगर हिम्मत है तो मानहानि का मुकदमा करके दिखायें।
प्रवक्ता नीरज का दावा, सारे दस्तावेजी सबूत मौजूद
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आगे कहा कि लालू यादव बार-बार संविधान और आरक्षण पर खतरा होने की बात करते हैं। जबकि अपनी कारगुजारियों के चलते इसी संविधान के कारण उन्हें जेल जाना पड़ा। यही उनकी सबसे बड़ी परेशानी है। आज हालत ये है कि पूरा परिवार 420 का आरोपी है। अब बचाव के लिए राजनीतिक लाबादा जरूरी है। यही कारण है कि पूरा परिवार चुनाव में आ गया है। परिवारवाद के अलावा इनके एजेंडे में कुछ नहीं। लेकिन बिहार की जनता सब समझ चुकी है। अब यहां परिवार की राजनीति नहीं चलेगी।