जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने एक बार फिर दावा किया है कि राजद के कई विधायक उनके संपर्क में हैं और वे आरजेडी छोड़कर जदयू में शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि खरमास बाद राजद में बड़ा ‘खेल’ होने वाला है। आरजेडी के कई विधायक पाला बदल सकते हैं। राजधानी पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उनके इस दावे के बाद बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। नीरज कुमार ने साफ कहा कि राजद के 18 विधायक उनके संपर्क में हैं। आरजेडी ने इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये सब बयानबाजी एनडीए में जदयू और भाजपा के बीच चल रही खींचतान और एकदूसरे को डराने के लिए नंबर गेम के तौर पर की जा रही है। इससे राजद की सेहत पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
इधर राजनीति विश्लेषक जदयू के इस दावे को अगले साल होने वाली राज्यसभा की पांच सीटों के लिए चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल, अगले साल बिहार से राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं। अभी इनमें से दो जदयू, दो राजद की और एक बीजेपी के पास है। बीजेपी वाली सीट पर उपेंद्र कुशवाहा राज्यसभा सांसद हैं। इन पांच सीटों को एनडीए जीतने का दावा कर रहा है। इसे लेकर ही मीडिया से बात करते हुए जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने ये दावा किया कि राजद के 18 विधायक उनके संपर्क में हैं।
नीरज कुमार ने कहा भी कि एनडीए की नजरें बिहार से राज्यसभा की पांचों सीटें जीतने पर है। जनता ने एनडीए को प्रचंड जनादेश दिया। हमारे लिए लहर और तेजस्वी के लिए कहर। राजद पार्टी के विधायक बहुत बैचेन हैं। कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव में नेतृत्व क्षमता नहीं है। इसलिए वहां विधायकों में बेचैनी है और उनके बीच भगदड़ मचनी तय है। इधर भाजपा ने भी जदयू के इस दावे का समर्थन किया है। भाजपा विधायक शैलेंद्र ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व से प्रभावित होकर आरजेडी के कई विधायक एनडीए में शामिल होना चाहते हैं। उनके आने पर सबका स्वागत करेंगे। राजद के विधायक चुनाव के बाद से ही हताश—निराश हैं क्योंकि उनका नेता पार्टी संभालने की जगह विदेश घुमने में लगा है। उसे पार्टी की कोई फिक्र नहीं है। ऐसे में राजद विधायकों को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है।