सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में जारी हां और ना के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आरजेडी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब बिहार में लालू परिवार को झेलने के मूड में नहीं है। इसीलिए पार्टी ने एक तरफ तो सीएम फेस पर राजद को अब तक लटकाए रखा है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में अपनी हुई राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। इसीलिए 24 को होने वाली महागठबंधन की दूसरी बड़ी बैठक से पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार आ रहे हैं। जबकि तेजस्वी महागठबंधन का क्लर्क बनकर इतराते फिर रहे हैं। कांग्रेस ने एक तरह से सीएम चेहरा बनने के लिए छटपटा रहे तेजस्वी यादव को महागठबंधन का क्लर्क बना दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस नेता का मुख्यमंत्री बनने का सपना था, उसे अब कोऑर्डिनेशन कमेटी में क्लर्क जैसी भूमिका दी गई है। जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि महागठबंधन ने अपनी पहली ही बैठक में तेजस्वी यादव के कद को छोटा कर दिया। यह दर्शाता है कि महागठबंधन के भीतर असंतुलन है और कांग्रेस बहुत चालाकी से अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में लगी है। इसी के तहत पहले कन्हैया को पदयात्रा में लगाया गया जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए। अब कांग्रेस ने महागठबंधन में तेजस्वी को क्लर्क की नौकरी का झुनझुना थमाकर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे को बिहार मिशन पर भेजने का फैसला किया है।
तेजस्वी यादव द्वारा टेंडर घोटाला के आरोप और मीडिया में नीतीश सरकार पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि— विपक्ष के नेता के पास कोई मुद्दा नहीं है। मैं इंडी गठबंधन के लोगों को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें हिम्मत तो बिहार के विकास पर डिबेट करके दिखाएं। सरकार इसलिए चुनी जाती है कि प्रदेश का विकास हो। बिहार के विकास पर प्रतिपक्ष के नेता को हिम्मत है तो हमसे डिबेट कर देख लें। उनके पिताजी लालू प्रसाद चारा घोटाला में इतना पैसा लेकर बैठ गए हैं, अगर वही पैसा लौटा दें तो बिहार को कोई दिक्कत नहीं होगा।