बिहार विधानसभा के संयुक्त सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही माइक खराब हो गया। 15 मिनट तक किसी को आवाज नहीं सुनाई दी। इससे सदन में हंगामा मच गया और CM नीतीश तकनीकी टीम पर भड़क उठे। शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन सदन में एक बड़ी तकनीकी चूक हुई। इससे न सिर्फ सदन की कार्यवाही में रुकावट आई बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नाराज हो गए। आज बुधवार को सेंट्रल हॉल में गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान का अभिभाषण शुरू ही हुआ था कि अचानक ऑडियो सिस्टम खराब हो गया। पहले 15 मिनट तक कोई भी सदस्य गवर्नर की आवाज नहीं सुन सका।
माइक बंद होने से CM नीतीश गुस्से में लाल
लेकिन राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ते रहे, जबकि पूरा सदन चुपचाप मूक बैठा रहा। जब लगातार मिनटों तक आवाज नहीं आई तो सदस्य सीटों पर खड़े होकर हंगामा करने लगे। इस स्थिति से विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष के विधायक भी नाराज़ दिखे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तकनीकी स्टाफ की ओर गुस्से से देखते रहे और अधिकारियों को तुरंत दिक्कत ठीक करने के निर्देश देते दिखाई दिए। हालात ऐसे हो गए कि राज्यपाल कुछ पल के लिए सकते में आ गए। करीब 15 मिनट बाद तकनीकी टीम ने माइक दुरुस्त किया, तब जाकर राज्यपाल का अभिभाषण सुना जा सका।
योजनाओं का खाका और महिला रोजगार पर बोले
ऑडियो दुरुस्त होने के बाद राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियों और आने वाले पांच वर्षों की योजनाओं का खाका पेश किया। उन्होंने नौकरियों, विकास, और नई परियोजनाओं पर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। इससे पहले संयुक्त सत्र की शुरुआत में राज्यपाल के आगमन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुके देकर उनका स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार और विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह भी मौजूद रहे। अपने अभीभाषण में राज्यपाल ने यह भी कहा कि बिहार सरकार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत उन औरतों को 2 लाख रुपये तक की मदद देगी, जिनका रोजगार बेहतर चलेगा।