संसद के शीतकालीन सत्र का तीसरा सप्ताह आज फिर भारी हंगामे के साथ शुरू हुआ। दोनों सदनों में भारत को अस्थिर करने की साजिश रचने वाले अमेरिकी डीप स्टेट से कनेक्टेड उद्योगपति जॉर्ज सोरोस का मुद्दा उठा। इस संबंध में जांर्ज सोरोस की संस्थाओं के कांग्रेस नेताओं से कथित संबंधों से जुड़ी रिपोर्टों पर बीजेपी हमलावर हुई। भाजपा ने पूछा कि आखिर देश को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले जॉर्ज सोरोस की टूलकीट से कांगेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी का क्या रिश्ता है। भाजपा ने इस मुद्दे पर सदन में बहस की मांग की जिसके बाद दोनों सदनों में हंगामा शुरू हो गया और लोकसभा तथा राज्यसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
बीजेपी ने पूछा, जॉर्ज सोरोस पर बहस करने में दिक्कत क्या है?
यूपी के बीजेपी सांसद नीरज शेखर ने राज्यसभा में कहा, ‘जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर बहस करने में परेशानी क्या है? यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं का नाम अखबारों में आ रहा है, तो इस पर बात करने में आपत्ति क्या है? देश की सुरक्षा की बात यहां नहीं होगी, तो कहां होगी। मैं चाहता हूं कि इस विषय पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए।’ वहीं लोकसभा में भी यूपी के बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने सदन में पूछा कि कांग्रेस और जॉर्ज सोरोस का क्या संबंध है? सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस से क्या संबंध है, राहुल गांधी का क्या संबंध है? ये देश की सुरक्षा का सवाल है। ये जांच का विषय है और इस पर सदन में बहस होनी चाहिए।
स्वतंत्र कश्मीर की बात करने वाले संगठन से जुड़ी सोनिया
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐसे संगठन से जुड़ी हैं, जो कश्मीर के एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन करता रहा है। बीजेपी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर कहा कि इस संगठन को जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की तरफ से फंडिंग मिलती है। इस संगठन का नाम FDL-AP है। यह संबंध भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी संस्थाओं के प्रभाव को दर्शाता है। बीजेपी ने कहा कि सोनिया गांधी की अध्यक्षता में राजीव गांधी फाउंडेशन ने जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ साझेदारी की, जो भारतीय संगठनों पर विदेशी फंडिंग के प्रभाव को दिखाता है। बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी की अडानी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का जॉर्ज सोरोस से वित्तपोषित OCCRP से लाइव टेलिकास्ट किया गया। इससे साबित होता है कि कांग्रेस और उसके नेता देश को तोड़ने की मंशा रखने वाले विदेशी ताकतों से कितना गहरे जुड़े हुए हैं।