चुनावी रणनीति के चाणक्य प्रशांत किशोर ने आखिर अपनी पार्टी जनसुराज का पिटारा खोल दिया। पीके ने बिहार की चार सीटों पर हो रहे विधानसभा उपचुनाव में आरा की तरारी सीट से अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान आज बुधवार को कर दिया। उनके अनुसार रिटायर्ड आर्मी अफसर ले. जनरल एसके सिंह तरारी सीट पर जनसुराज के उम्मीदवार होंगे। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जीत का फॉर्मूला बताते हुए कहा कि एसके सिंह जनता के आशीर्वाद से तरारी सीट जीतेंगे। लेकिन स्पष्ट है कि उन्होंने यहां उम्मीदवार चयन में जदयू नेता नीतीश की तरह ही सोशल इंजीनियरिंग का ध्यान रखा है।
नीतीश की तरह सोशल इंजीनियरिंग पर फोकस
हालांकि बिहार की बाकी तीन सीटों पर जनसुराज उम्मीदवारों की घोषणा अभी नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा कि वे तीनों सीटों पर सोशल इंजीनियरिंग वाला फॉर्मूला ही अपनायेंगे। इसके तहत ही प्रशांत किशोर ने तरारी सीट पर एक राजपूत, इमामगंज सीट पर एक गैर-मांझी दलित, बेलागंज सीट पर एक मुस्लिम और रामगढ़ सीट पर एक अति पिछड़ा या पिछड़ा उम्मीदवार को मैदान में उतारने की नीति बनाई है।
प्रत्याशी बन क्या कहा ले. जनरल SK सिंह ने
इधर तरारी सीट से जनसुराज उम्मीदवार बनते ही ले. जनरल एसके सिंह ने कहा कि मैं अग्निवीर योजना के पक्ष में नहीं हूं और इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। इसमें जवान उस जज्बे से काम नहीं कर पाएंगे जैसे पहले करते थे। उनसे पूछा गया था कि इस योजना पर आपकी क्या राय है। इस मौके पर मौजूद प्रशांत किशोर ने कहा कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह बिहार के लाल हैं। उनसे बेहतर तरारी का लाल कोई नहीं हो सकता है। अगर आपकी नजर में कोई है तो खोज कर दिखा दीजिए। इनकी पत्नी नहीं है और दो बच्चे विदेश में रहते हैं। दिल्ली में सब सुख-सुविधा इनके पास है लेकिन ये सब छोड़कर तरारी आए हैं ताकि जनता की सेवा कर सकें।