बिहार के कई जिलों में जानवरों ने इंसानों पर कहर बरपा रखा है। गया में भेड़ियों के आतंक के बाद अब मुजफ्फरपुर में सियार तो बेगूसराय में आवारा कुत्तों ने आतंक मचा दिया है। मुजफ्फरपुर के हसनचक बंगरा गांव में बीती देर शाम सियारों के झुंड ने अचानक हमला कर एक दर्जन से अधिक लोगों को काट खाया। सभी बुरी तरह घायल हैं और इलाज के लिए अस्पताल लाए गए हैं। उधर बेगूसराय में आवारा कुत्तों ने दो पुलिस कर्मियों सहित करीब 45 से अधिक लोगों को काट लिया है।
मुजफ्फरपुर में एक दर्जन लोगों को सियार ने काट खाया
मुजफ्फरपुर में सियारों के हमले के बाद हसनचक बंगरा गांव में लोग दहशत में जी रहे हैं। शाम होते ही लोग घरों में दुबक जा रहे हैं। बीती देर शाम हुए सियारों के हमले में घायल हुए एक दर्जन लोगों में अधिकतर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। वन विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया है और सियारों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है। घटना मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शेरपुर पंचायत के हसनचक बंगरा गांव की है। यहां 4—5 सियारों के एक झुंड ने गांव में घुसकर लोगों पर हमला कर दिया। लोग दिन में भी लाठियां लेकर अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। वन विभाग की टीम ने सियारों को पकड़ने के लिए तीन जगहों पर पिंजरे लगाए हैं।
बेगूसराय में दो पुलिसकर्मियों सहित 45 बने कुत्तों का निशाना
इधर बेगूसराया में बीते दिन बृहस्पतिवार को लगभग चालीस से पैतालीस लोगों को आवारा कुत्तों ने अपना निशाना बनाया। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से कुत्ते के काटने से बेगूसराय सदर अस्पताल में दो पुलिस कर्मी सहित कुल 25 लोगों का इलाज किया गया है। वहीं नगर निगम आवारा कुत्तों को पकड़ने में निष्क्रिय बना हुआ है, जिससे बेगूसराय के लोगो में ना सिर्फ नाराजगी है बल्कि डर का भी माहौल बना हुआ है।
सदर अस्पताल में एक दिन में 25 पहुंचे इलाज कराने
जानकारी के अनुसार बेगूसराय में बृहस्पतिवार को सुबह से कुत्ता काटने के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी। शाम होते-होते यह संख्या अप्रत्याशित हो गई। इस संबंध में अस्पताल के डॉक्टर चंदन कुमार चौधरी ने बताया कि बेगूसराय में बृहस्पतिवार को कुल 25 कुत्ता काटने के मरीज का इलाज किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बरसात के मौसम में सड़क किनारे सड़ी गली चीज या इनफेक्टेड चीज खाने से कुत्तों की ऐसी हालत होती है, जिस वजह से वह लोगों को काटने लगते हैं।