भोजपुरी सिनेमा के एक्टर पवन सिंह की पत्नी और काराकाट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह पर बिक्रमगंज पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। यह मामला आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है। बिक्रमगंज एसडीओ द्वारा यह मामला दर्ज कराया गया है। इस कार्रवाई की पुष्टि बिक्रमगंज के SDM ने की है। SDM के अनुसार भोजपुरी अनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह मतदान से एक दिन पहले रात में बिक्रमगंज के एक होटल में अपने समर्थकों के साथ ठहरी हुई थीं। एसडीएम के नेतृत्व में एक टीम ने विंध्यवासिनी होटल पर छापा मारा जहां ज्योति सिंह और उनके 15-18 समर्थक चुनाव दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए इलाके में बने हुए थे। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार और संबंधित गतिविधियां बंद होनी चाहिए और प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद बाहरी प्रचारकों को निर्वाचन क्षेत्र में रहने की अनुमति नहीं है।
एसडीएम प्रभात कुमार ने कहा कि काराकाट विधानसभा क्षेत्र में प्रचार अभियान 9 नवंबर को शाम 5 बजे समाप्त हो गया। होटल खाली करने के निर्देश के बावजूद, ज्योति सिंह और उनके समर्थक होटल में ही रुके रहे। उन्होंने आगे बताया कि निरीक्षण के दौरान उनकी दो गाड़ियों के परमिट समाप्त हो चुके थे, जबकि तीसरी अनधिकृत थी। होटल के रजिस्टर में भी कमरों में ठहरे कई लोगों का नाम दर्ज नहीं था। एसडीएम ने कहा कि मौजूद सभी लोग निर्वाचन क्षेत्र के बाहर के थे और उन्होंने चुनाव टीम के साथ सहयोग नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि समर्थकों ने सरकारी काम में बाधा डाली और निरीक्षण के दौरान परिसर से वाहन भी हटा दिए। एसडीएम ने पुष्टि की कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी कर्तव्य में बाधा डालने से संबंधित प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। फिलहाल एसडीएम ने यह भी कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार देर रात करीब 12:25 बजे बिक्रमगंज एसडीओ सह काराकाट विधानसभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी प्रभात कुमार ने डेहरी रोड स्थित मां विंध्यवासिनी होटल में छापेमारी की थी। उस समय होटल में ज्योति सिंह अपने परिजनों और राज्य से बाहर से आए कई लोगों के साथ ठहरी हुई थीं। ज्योति सिंह ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने महिलाओं के कमरे में जबरन प्रवेश किया, लेकिन एसडीओ प्रभात कुमार ने इसे सिरे से खारिज किया। उनका कहना है कि जब होटल का दरवाजा खोला गया, तो कमरे में महिलाएं मौजूद थीं और अधिकारी दरवाजे पर ही रुक गए थे, अंदर कोई नहीं गया।