पीएम मोदी ने इमरजेंसी की आज 50वीं बरसी पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष पर ‘आपातकाल अटैक’ किया। प्रधानमंत्री ने बैक—टू—बैक लागातार चार ट्वीट कर कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाले संविधान प्रेम का दिखावा नहीं करें। भारत के लोग हमारे इतिहास में दर्ज उस काले अध्याय को आज भी नहीं भूले हैं। कांग्रेस पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को आज ही के दिन इन लोगों ने आर्टिकल 356 को पूरे देश में लागू कर संविधान और देश के संघीय ढांचे को तार—तार कर दिया था। आज ये उसी संविधान को हाथ में लेकर उससे प्रेम का नाटक कर रहे हैं।
कांग्रेस ने नष्ट की बुनियादी स्वतंत्रता
पीएम मोदी ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और इस विरोध की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। आपातकाल हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया।
देश को बना दिया था जेलखाना
पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि सत्ता में टिके रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत को दरकिनार कर देश को जेलखाना बना दिया। जो भी कांग्रेस से असहमति जताता था उसे प्रताड़ित किया जाता था। पीएम मोदी ने कहा कि सामाजिक रूप से इस तरह की नीतियां लागू की गईं, जिससे सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाया जा सके।
प्रेस की स्वतंत्रता पर किया हमला
अपने तीसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा कि जिन लोगों ने इमरजेंसी लगाई, उनको हमारे संविधान के प्रति अपना प्यार जताने का कोई अधिकार नहीं है। पीएम ने कहा कि ये लोग वही हैं, जिन्होंने अनगिनत मौकों पर अनुच्छेद 356 लागू किया। प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म करने के लिए विधेयक लाया गया। संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।
संविधान के प्रति तिरस्कार छिपाती है कांग्रेस
पीएम मोदी ने अपने चौथए ट्वीट में कहा कि जिस मानसिकता की वजह से आपातकाल लगाया गया, वह आज भी इनकी पार्टी में जिंदा है। इन्हीं लोगों ने संविधान के तिरस्कार वाले रवैये के तहत आपातकाल लगाया था। आज वे अपनी प्रतीकात्मकता के जरिए संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को छिपाते हैं। लेकिन भारत के लोगों ने उनकी इन हरकतों को देखा है और यही वजह है कि उनको बार-बार खारिज किया है।