मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची से दुष्कर्म कांड को लेकर बवाल मचा हुआ है। आज बुधवार को इसे लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास का घेराव कर दिया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगल पांडेय के आवास के बाहर लगी उनकी तस्वीर पर कालिख पोत दी। यही नहीं, उनके आवास पर लगे उनके नेम प्लेट पर गोबर फेंक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ता वहां घेराव कर नारेबाजी करते नजर आए। हालांकि बाद में पुलिस वालों के हल्के बल प्रयोग के बाद प्रदर्शकारियों को वहां से हटा दिया।
इसबीच डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इस मामले में कहा कि सरकार पूरी तरह से आश्वस्त करती है कि स्पीडी ट्रायल चला कर कार्रवाई करेगी। इसमें कोई दो मत नहीं है और जिन लोगों ने गलती की है उन सब पर कार्रवाई की जा रही है। उधर स्वास्थ्य मंत्री के आवास का घेराव कर रहे कांग्रेसियों का कहना था कि दलित बच्ची की इलाज के अभाव में मौत के लिए स्वास्थ्य मंत्री पूरी तरह जिम्मेदार हैं। मंगल पांडेय पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए कांग्रेस के लोगों ने उनका इस्तीफा भी मांगा। इस दौरान पुलिस कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को पीछे हटाने में जुटी रही।
मालूम हो कि दलित बच्ची से रेप और बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत के मामले में सरकार ने मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कार्यवाहक उपाधीक्षक अभिजीत सिंह को भी बच्ची की इलाज में लापरवाही के लिए उनके पद से हटा दिया है। दूसरी तरफ आज ही कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सहित कई नेताओं ने बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से भी इस मुद्दे पर मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। मुजफ्फरपुर कांड को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा हुआ है।