मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर दोहराया है कि वह एनडीए में ही रहेंग। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया और कहा कि पहले गड़बड़ हो गया था कि हम उधर चले गए थे, लेकिन अब हम कहीं नहीं जायेंगे। इधर ही पुराने साथियों के साथ रहेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शनिवार को जेडीयू कार्यालय में अधिवक्ता समागम में वकीलों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया और एनडीए के कार्यकर्ताओं का जोश दिलाते हुए कहा कि मजबूती से काम करिये। इस बार भी हमलोग ही चुनाव जीतेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम अब इधर-उधर नहीं होने वाले हैं, कुछ लोग हमारे साथ आ गया था, गड़बड़ कर रहा था। पार्टी के कुछ लोगों ने इधर उधर कर दिया था। लेकिन हमलोग पहले जिनके साथ थे उनके साथ फिर आ गए हैं, इसलिए मजबूती से काम करिए। इस बार भी हम लोग चुनाव जीतेंगे। इससे पहले 23 अप्रैल को मधुबनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भी उन्होंने यही बात कही थी और एनडीए के साथ ही रहने की बात दोहराई थी।
मधुबनी में पीएम मोदी के सामने ही सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में खुलकर यह कहा था कि हम लोग हमेशा साथ रहे हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने इस दौरान अपने ही करीबी नेता पर इशारा करते हुए कहा कि बीच में कुछ गड़बड़ कर दिया था। हमारी पार्टी वाले ही लोग थे… वह यहीं बैठे हुए हैं, अब उन्हीं से पूछिए… बाद में उन्हीं को लगा कि वह लोग गड़बड़ है। फिर हम लोग उनको छोड़ दिए और अब हम कभी उन लोगों के साथ नहीं जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहली बार 2005 में हमलोग (बीजेपी-जेडीयू) उन सबके खिलाफ ही लड़े थे और यह सब साथ ही थे। अध्यक्ष ही थे हमारी पार्टी के। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में मंच पर बैठे केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की तरफ इशारा किया था और जेडीयू और बीजेपी के अलगाव की पृष्ठभूमि को जाहिर कर दिया।