बिहार के चार विधानसभा सीटों पर आज छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा है। उपचुनाव के दौरान आरा के तरारी में हिंसा की खबर है। इस घटना में 6 लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चुनाव आयोग के अनुसार सुबह 11 बजे तक चारों सीटों पर औसत 19.6 प्रतिशत मतदान हो चुका है। सबसे ज्यादा बेलागंज में 24.81 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद इमामगंज में 23.25 प्रतिशत, रामगढ़ में 21.56% और तरारी में 19.6 प्रतिशत मतदान हुआ है।
तरारी विधानसभा में वोटिंग के दौरान जमकर मारपीट
तरारी से खबर है कि वहां विधानसभा उपचुनाव को लेकर दो पक्षों के बीच झड़प हुई जिसमें एक पक्ष से एक युवक का सिर फट गया। यह घटना तरारी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के बिहटा पंचायत के धर्मपुरा गांव में हुई। इसमें दूसरे पक्ष के लोगों को भी चोट लगी होने की बात सामने आ रही है। घटना में 6 लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया कि यहां एक पार्टी को वोट देने को लेकर विवाद हुआ। एएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं।
बेलागंज में जदयू कैंडिडेट के बेटे का ऑडियो वायरल
बेलागंज विधानसभा उपचुनाव के दौरान जदयू प्रत्याशी पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के पुत्र रॉकी यादव का गाली देते ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें किसी व्यक्ति से बात करते वह कुछ विशेष जाति के लोगों को गाली देता सुनाई दे रहा है। इसमें किसी से फोन पर बात करते हुए कहा जा रहा है कि फॉरवर्ड जाति पर पहले से कह रहे थे कि भरोसा लायक नहीं है। अब दो दिनों के बाद रॉकी अपना रूप दिखाएगा। ऑडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इसपर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की है।
इमामगंज में सड़क के मुद्दे पर वोट बहिष्कार
इधर इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में भी सुबह सात बजे से तमाम मतदान केंद्रों पर वोटिंग शुरू हो गई। हालांकि विभिन्न कारणों से कुछ बूथों पर देर से वोटिंग शुरू हो सकी। झारखंड सीमा पर बसे पननवां टांड और सिवनडीह गांव से कई बूथों पर वोट बहिष्कार की खबर है। यहां के मतदाता सड़क नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगा कर बहिष्कार कर रहे हैं। इस संबंध में पथरा गांव के लोगों ने बताया कि आजादी के बाद से उक्त गांव में आज तक न तो सड़क बना है और न ही नदी पर पुल ना है। बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। इसलिए हम वोट बहिष्कार कर रहे हैं।