जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए बिहार के छपरा निवासी बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का शव आज पटना लाया गया। इंडिगो के विमान संख्या 6ई 2769 से शहीद मोहम्मद इम्तियाज का शव पटना एयरपोर्ट पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पटना हवाई अड्डे पर शहीद मो. इम्तियाज की एक झलक पाने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा थी और लोग वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे।
बिहार के छपरा के रहने वाले मो. इम्तियाज की शहादत पर उनके गांव के लोगों और परिजनों ने भी गर्व जताया। हालांकि उन्हें अपनी माटी के लाल के खोने का गम भी है। पूरा गांव भावुक है। मोहम्मद इम्तियाज के बेटे इमरान ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि मेरी अंतिम बार उनसे बात हो पाई जब सीजफायर की घटना के बाद हमला हुआ था और हमारे पिता शहीद हो गए, हम उनको सैल्यूट करते हैं। आंखों से झर-झर बह रहे आंसू के बीच बेटे इमरान ने कहा कि मुझे पिता पर गर्व है। और हमारी भारत सरकार से मांग है कि पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए। शहीद मो. इम्तियाज के भतीजे मोहम्मद आफताब के अनुसार उन्होंने कुछ दिन पहले इम्तियाज से बात की थी और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।शहीद बीएसएफ सब इंस्पेक्टर के घर और गांव में सन्नाटा पसरा है। मोहम्मद आफताब ने कहा कि परिवार को शनिवार रात करीब 8.30-8.45 बजे उनके निधन के बारे में पता चला। वह वास्तव में बहुत ही अच्छे इंसान और देशभक्त जवान थे। उन्होंने मुझसे आखिरी बार दो दिन पहले बात की थी। हमने एक-दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। फिर अचानक हमें सरकार की तरफ से बताया गया कि वह नहीं रहे।
पटना एयरपोर्ट पर शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री श्रवण कुमार और मंत्री नितिन नवीन भी वहां उपस्थित थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। सभी ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान ‘वीर शहीद अमर रहे’ के नारे से पटना एयरपोर्ट गूंज उठा। मोहम्मद इम्तियाज के गांव के निवासी अर्जुन राय ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को उनसे बात की थी और इस दौरान मोहम्मद इम्तियाज ने सीमा पर स्थिति की गंभीरता के बारे में बताया था। ग्रामीण अर्जुन राय ने इम्तियाज की प्रशंसा की और कहा कि वह करीब 15 दिन पहले ही गांव से छुट्टी मनाकर ड्यूटी पर वापस गए थे। मो. इम्तियाज गरखा थाना क्षेत्र अंतर्गत नारायणपुर गांव के रहने वाले थे।