बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने आज सोमवार को अपना अंतिम बजट विधानसभा में पेश किया। बजट मुख्य तौर से शिक्षा, महिलाओं के विकास और बिहार में उद्योगों पर केंद्रित है। उपमुख्यमंत्री ने बिहार बजट 2025-26 के तहत 3 लाख 16 हजार 895 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया। जो कि पिछली बजट 38,169 करोड़ रुपये अधिक है। इस बजट के अनुसार, केंद्र सरकार से 1,38,515 करोड़ रुपए केंद्रीय करो में हिस्सेदारी के रूप में शामिल होगा। 55,737 करोड़ रुपये ऋण उगाही से हासिल होगा। उन्होंने बताया कि राजकोषीय घाटा 2.98 प्रतिशत रहेगा। बजट में राजस्व बचत 8,831 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इस बजट में सर्वाधिक राशि 60,964 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य पर 20,335 करोड़ रुपये खर्च किये जाने का प्रावधान किया गया है।
बजट भाषण में पीएम मोदी और सीएम नीतीश का जिक्र
वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण की शुरुआत में पीएम मोदी के मंत्र सबका साथ और सबका विकास के अलावा सीएम नीतीश के संकल्प की प्रशंसा की। बिहार बजट 2025 में सबसे अधिक शिक्षा पर 60 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य में 20 हजार करोड़ रुपये और सड़क मद में 17 हजार करोड़ खर्च होगा। बजट में गृह विभाग को 17831 करोड़, ग्रामीण विकास को 16043 करोड़, ऊर्जा विभाग को 13484 करोड़ और समाज कल्याण विभाग, एससी एसटी, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा को 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रावधान किया गया है।
हंगामाखेज रही कार्यवाही, वॉकआउट और विपक्ष का प्रदर्शन
बजट से पहले आज सुबह से ही विधानसभा की कार्यवाही काफी हंगामाखेज रही। विपक्ष के हंगामे, वॉकआउट और विधानसभा के अंदर—बाहर प्रदर्शनों के बीच सदन में काफी गहमागहमी रही। प्रश्नकाल के दौरान बिहार विधानसभा में कब्रिस्तान की घेराबंदी के सवाल पर विपक्ष का भारी हंगामा देखने को मिला। हंगामा कर रहे विपक्ष के सदस्य वेल तक पहुंच गए। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव लगातार विधायकों से शांत रहने की अपील करते रहे। लेकिन इस दौरान विपक्षी विधायकों की नारेबाजी जारी रही। राजद के ललित यादव ने कार्यसूची फाड़कर सदन के अंदर वेल में फेंका। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉक आउट भी किया। इसके बाद सदन में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के सवालों का सरकार ने जवाब दिया।
विधायक जनक सिंह ने उठाया बुनियादी विद्यालय का मामला
प्रश्नकाल के दौरान तरैया से भाजपा विधायक और सत्तारूढ़ दल के सचेतक जनक सिंह ने महात्मा गांधी के सपनों के बुनियादी विद्यालय का मामला उठाया। विधानसभा अध्यक्ष की ओर से दिये गए टाइम स्लॉट में विधायक जनक सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए बुनियादी विद्यालयों की दशा को सुधारना अत्यावश्यक है। इसके लिए उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों को अपग्रेड कर इनमें आवश्यक और बुनियादी सुविधाओं समेत पठन—पाठन के सर्वोत्तम संसाधनों के साथ मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करना समय की मांग है। विधायक जनक सिंह ने इस दौरान सारण के तरैया विधानसभा क्षेत्र के सभी बुनियादी विद्यालयों समेत राज्य के तमाम 391 राजकीय बुनियादी विद्यालयों को सर्वसुविधा युक्त मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने की मांग सरकार से की।