**भारत को टूकड़े-टूकड़े करने का इंडी गठबंधन का मंसूबा* -सम्राट
**बहुसंख्यक यानी हिन्दुओं को कुचलने,उसकी सम्पत्ति हड़पने की कांग्रेस के साथ राजद व वामदलों की मंशा*
**भारत की सैन्य व परमाणु शक्ति को समाप्त करने की सीपीआईएम की सोच
**अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली का वाम दलों का वादा भारत को तोड़ने वाला*
पटना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन के सभी दलों का मंसूबा भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस के मुस्लिम लीग की छाप वाले घोषणापत्र में जो कुछ बचा था उस पर वामपंथी हावी हो गए हैं। बिहार में राजद स्पष्ट करें कि वह कांग्रेस और वामदलों की सोच से सहमत है या नहीं?
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन के दलों के पास न तो सिद्धांत हैं और न ही नीतियां। कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी।
श्री चौधरी ने कहा है कि 1936 में मुस्लिम लीग के घोषणा-पत्र में कहा गया था कि मुस्लिमों के लिए शरिया पर्सनल लॉ की रक्षा की जाएगी। अब 2024 में कांग्रेस के घोषणा-पत्र में पार्टी ने वादा किया है कि अल्पसंख्यकों के लिए पर्सनल लॉ हों। यानी देश में वह शरिया कानून लागू करना चाहती है। मुस्लिम लीग ने अपने घोषणा पत्र में बहुसंख्यकवाद यानी हिन्दुओं के खिलाफ लड़ने का वादा किया था, कुछ ऐसा ही जिक्र 2024 चुनाव को लेकर आए कांग्रेस के घोषणा-पत्र में भी है। कांग्रेस ने कहा है कि भारत में बहुसंख्यकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि 1936 के मुस्लिम लीग की ओर से जारी मेनिफेस्टो में कहा गया था कि हम मुसलमानों के लिए खास छात्रवृत्ति और नौकरियों के लिए संघर्ष करेंगे। वहीं 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया हैै उसमें वादा किया है कि मुस्लिम छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिले, इसे इंश्योर किया जाएगा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए को फिर से बहाल करने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया है। साथ ही उसने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह सत्ता में आने पर भारत के परमाणु हथियारों तथा मलिट्री बेसों को समाप्त कर देगी।
श्री चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस और वामपंथियों के खतरनाक इरादे उनके घोषणापत्रों से उजागर हो रहे हैं। सनातन को गाली देने, हिन्दू देवी-देवताओं व प्रतीकों का अपमान करने तथा हिन्दू मठ-मंदिरों की सम्पत्ति का सर्वे कराने के बहाने उन्हें हड़पने का खतरनाक मंसूबा बहुसंख्यक समाज को सचेत करने वाला है।