बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक स्लीपर बस यूपी की राजधानी लखनऊ में अचानक आग का गोला बन गई। इस हादसे में 2 बच्चों समेत कुल 5 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हैं। वाकया लखनऊ के किसान पथ पर पेश आया जब अचानक आज सुबह 5 बजे दौड़ती हुई बस में आग लग गई। यह बस बिहार के बूगूसराय से दिल्ली जा रही थी। बस में कुल 80 लोग सवार थे। बस में आग लगने की सूचना पर दमकल विभाग की कई गाडि़यां और पुलिस पहुंचीं और आग पर काबू पाया। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि बस का इमरजेंसी गेट नहीं खुला। इस वजह से पीछे बैठे लोग फंस गए और समय रहते बस से बाहर नहीं निकल पाए।
लखनऊ में हादसा, इमरजेंसी डोर नहीं खुला
बस में आग क्यों और कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है। लेकिन पुलिस ने बताया कि बस में पांच-पांच किलो के सात गैस सिलेंडर थे। हालांकि, कोई भी सिलेंडर फटा नहीं। तो ऐसा नहीं कहा जा सकता कि गैस सिलेंडर के फटने से बस में आग लगी। पुलिस का कहना कि जांच करने के बाद ही आग के कारणों का पता चल सकता है। लखनउ के अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि आग लगने से बस में सवार दो बच्चों, दो महिलाओं और एक पुरूष की मौत हो गयी जबकि बस का चालक और सहचालक मौके से फरार हो गए। वहीं बस में सवार यात्रियों को पुलिस और जनता की मदद से कांच तोड़कर बाहर निकाला गया। मरने वालों के नाम लक्खी देवी (55), सोनी (26), देवराज (3), साक्षी कुमारी (2) तथा मधुसूदन (21) बताया जाता है।
ड्राइवर और खलासी खिड़की से कूदकर फरार
बताया गया कि जब बस में आग लगी तब उस वक्त अधिकतर यात्री सो रहे थे। हादसे के बाद ड्राइवर और कंडक्टर ने बस से कूदकर अपनी जान बचा ली। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बस जलती हुई करीब एक किलोमीटर तक चलती रही। वहीं आग लगने से यात्रियों में अफरातफरी मच गई थी। बस में सवार कुछ यात्रियों ने दरवाजे की ओर भागने की कोशिश की तो कुछ यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की। बस का इमरजेंसी डोर भी नहीं खुला, जिससे यह हादसा और जानलेवा हो गया। बस से कुल पांच शव बरामद हुये हैं, वहीं हादसे में कुछ लोग मामूली रूप घायल भी हुये हैं जिन्हें इलाज के लिये अस्पताल ले जाया गया है। हादसे में बचे यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के इंतजाम किये गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बस में आग लगने से लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है।