अरवल -पटना मुख्य नहर के 62.60 किलोमीटर स्थित पुल जिससे राष्ट्रीय राज्य मार्ग 139 गुजरती है के समीप अरवल शहर एवं आस-पास के क्षेत्रों में लगातार बढ़ते शहरी करण और व्यवसायिक गतिविधियों के कारण यातायात का दबाव बहुत बढ़ गया है। जिससे एनएच 139 पर बार-बार जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस समस्या के स्थाई समाधान हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा पटना मुख्य नहर के बायें बांध सह सोन सुरक्षा तटबंध पर बैदराबाद में एनएच 139 से पालीगंज वितरणी शीर्ष नियामक तक एवं पालीगंज वितरणी सेवापथ पर पालीगंज शीर्ष नियामक से कोरियम मोड़ तक 07 मीटर चौड़ा विटूमिनस पथ निर्माण की योजना तैयार की गई है।
प्रस्तावित सेवापथ एवं पटना मुख्य नहर पर पूर्व से निर्मित सेवापथ एवं एनएच 139 को जोड़ने हेतु पुलिया का प्रावधान किया गया है एवं लिंक पथ हेतु विविध में राशि का प्रावधान रखा गया है। पथ के दोनों तरफ मेटल बीम क्रैश बैरियर, कैट्स आई (सोलर/रोड़ स्टड्स) का प्रावधान किया गया है। इस योजना से अरवल एवं पटना को जोड़ने वाले मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा तथा यात्रियों के समय की बचत होगी।
इस योजना के बनने से अरवल जिला के कलेर एवं अरवल अंचल के लगभग 8.70 लाख औरंगाबाद जिला के गोह, हसपुरा एवं दाउदनगर अंचल के लगभग 5.80 लाख, भोजपुर जिला के सहार, अगियाव, तरारी, पीरो एवं संदेश अंचल में लगभग 10 लाख, रोहतास जिला के नासिरीगंज एवं काराकाट अंचल में लगभग 3.70 लाख एवं पटना जिला के पालीगंज एवं दुलहीन बाजार अंचल के लगभग 4.60 लाख मिलाकर कुल लगभग 32.86 लाख लोगों को यातायात एवं जाम की स्थिति से प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा एवं इसके अतिरिक्त अन्य जिलों से अरवल जिला की आवागमन करने वाले पर्यटकों को भी अप्रत्यक्ष लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही योजना के कार्यान्वयन से पटना नहर के बायें बांध सह सोन सुरक्षा तटबंध का मजबूतिकरण हो जायेगा। इस योजना की प्राक्कलित राशि 100 करोड़ रूपये तथा योजना को फरवरी 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट