अरवल -भाकपा माले के प्रतिनिधियों ने विकास के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए पंचायत, नगर परिषद, एवं विधानसभा क्षेत्र में विकास किया है उक्त बातों की जानकारी एक प्रेस बयान जारी कर भाकपामाले जिला सचिव जितेंद्र यादव ने कही है इन्होंने बताया है कि बेलखारा पंचायत एवं नगर परिषद अरवल के प्रतिनिधि साथ ही अरवल के विधायक भाकपा माले के होने के नाते विकास के मुद्दे को संघर्ष का मुद्दा बनाते हुए कार्य ज्यादा कराने में सफल रहे हैं ।
अरवल के छट्ठू बिगहा, परसन बिगहा, जलवैया चौकी, राणापुर दलित टोला कलेर के कंचन बिगहा समेत कई गांव में सड़क नहीं है। अरवल में अस्पताल का जहां दुर्दशा थी, अरवल विधायक ने फंड देकर और विधानसभा में सरकार के ध्यान आकृष्ट करवा कर संघर्ष के बल पर कार्य करवा गया। नगर में कई बेहतर कार्य हुए हैं। शौचालय, पार्क एवं कई नाला भी बनवाया गया है। खनगाह, समेत कई जर्जर सड़क एवं नाला का निर्माण कराया गया । लेकिन सरकार की मनसा अभी भी बेहतर इलाज के लिए ठीक नहीं है।
17 महीने के महा गठबंधन की सरकार में सदर अस्पताल में विधायक के द्वारा डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति कराया गया था। लेकिन भाजपा जदयू सरकार बनते ही सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड और सिजेरियन ऑपरेशन बंद हो गया है। मुख्यमंत्री के आगमन पर भाकपा माले मुखिया सूरजमल सिंह बेलखारा पंचायत में चार चांद लगा दिए एवं अरवल नगर परिषद सभापति साधना कुमारी द्वारा नगर क्षेत्र में विकास का काम प्रगति पर हो रहा है। सिंचाई की सुविधा जो सबसे सस्ता सोन नहर से ब्रिटिश काल से ही पटवन शुरू हुआ था आज भाजपा जदयू सरकार में सोन नहर दम तोड़ रहा है । किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है जबकि इस इलाके में सबसे सस्ता सिंचाई व्यवस्था है। पूरी दुनिया में इतनी सस्ता सिंचाई व्यवस्था नहीं है।
विधायक महानंद सिंह सदन में आवाज उठाकर सभी बीतरणी को उड़ाही करवाए। लेकिन रिहंद व बाणसागर डैम समझौता के हिसाब से बिहार को पानी नहीं मिल रहा है । भाजपा जदयू की डबल इंजन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है । जब 10 लाख क्यूसेक पानी बिहार को देना था लेकिन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकार नहीं दे रही है। इसको लेकर सरकार का ध्यान हमेशा आकृष्ट कराते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोन नहर पर पन बिजली परियोजना के तहत निर्माण कराए गए हाइडिल पर्याप्त पानी नहीं रहने से शोभा का वस्तु बना है।
देवेंद्र कुमार की रिपोर्ट