हाल ही में जेल से बाहर आए मोकामा के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह ने मोकामा से जदयू टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने का खुलेआम ऐलान कर दिया था। इसे लेकर वे मुख्यमंत्री नीतीश और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से भी मिले। लेकिन अब जो जानकारी बाहर आ रही है, उसके अनुसार वे वहां से जदयू टिकट के लिए डोलड्रम में फंस गए हैं। इसकी एक वजह यह है कि जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने भी मोकामा से जदयू टिकट की दावेदारी की है। अपने टिकट को लेकर अनंत सिंह सीधे मुख्यमंत्री नीतीश से भी मिले। लेकिन वहां भी कोई क्लियर उत्तर नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने इस मामले को मुंगेर के सांसद ललन सिंह पर यह कहते हुए डाल दिया कि चूंकि मोकामा मुंगेर संसदीय क्षेत्र के तहत आता है, इसलिए वहां के टिकट का फैसला वही करेंगे। लेकिन बड़ा सवाल है कि पिछले चुनाव में मोकामा विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ने वाले ललन सिंह क्या अनंत सिंह की मदद कर पायेंगे?
अगर सियासी नजरिये से देखें तो मोकामा विधानसभा सीट पर बाहुबली अनंत सिंह के जदयू टिकट दावे पर संशय बनता हुआ दिख रहा है। इसका कारण यह है कि मौजूदा जदयू में नीतीश कुमार के बाद शक्ति के दो केंद्र बच जाते हैं। एक तरफ तो ललन सिंह और दूसरी तरफ अशोक चौधरी। टिकट के लिए मुख्यमंत्री के बाद अनंत सिंह ने केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से भी औपचारिक मुलाकात तो की। पर इस मुलाकात के बाद अनंत सिंह मोकामा से चुनाव लड़ने और वहां से जदयू टिकट पर खुलकर कुछ नहीं बोल रहे। माना जा रहा कि लोकसभा चुनाव 2024 के पहले अनंत सिंह जब जेल से निकले तो यही कहा गया था कि ललन सिंह को चुनाव जीताने को निकले हैं। पर चुनाव परिणाम जब आए तो ललन सिंह को घोर निराशा हुई। मोकामा विधानसभा से ललन सिंह पीछे रह गए थे। इसी तथ्य के आलोक में अब कहा जा रहा कि ललन सिंह अनंत की जगह वहां से एमएलसी नीरज कुमार को जदयू टिकट पर चुनाव लड़वाना चाह रहे।
ऐसे में अनंत सिंह भी कहां हार मानने वाले। उन्होंने अब नीतीश के चहेते और काफी करीबी मंत्री अशोक चौधरी का रुख कर लिया है। अशोक चौधरी भी अनंत सिंह की पीठ ठोंकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। आज मंगलवार को भी नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी अनंत सिंह के आवास जा पहुंचे और वहां उन्होंने उनसे लंबी राजनीतिक बातचीत की तथा उनका भैंसों का तबेला देखा। माना जा रहा कि अशोक चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संदेश भी अनंत सिंह तक लेकर गए थे। उधर अनंत के विरोधी खेमे के जदयू एमएलसी नीरज कुमार का मानना है कि मोकामा विधानसभा का दुर्भाग्य है कि पिछले दो दशक से कोई अच्छा विधायक नहीं मिला। इसलिए मोकामा का विकास नहीं हो सका। जदयू से चुनाव लड़ने के अनंत सिंह के दावे पर नीरज कुमार ने कहा कि इतने ही ताकतवर हैं तो लोकसभा चुनाव 2024 में मोकामा विधानसभा या अपने पंचायत में ही ललन सिंह को लीड क्यों नहीं दिला दिए। खाली हांकने से चलेगा।
ऐसे में जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश के लिए यह काफी मुश्किल करने वाला सीन पैदा हो रहा है कि वे मोकामा से किसे टिकट दें। जहां ललन सिंह नीरज कुमार को मौन सपोर्ट कर रहे हैं, वहीं अनंत सिंह नीतीश और ललन के बाद अब मुख्यमंत्री के करीबी और ललन सिंह के विरोधी खेमे के अगुआ अशोक चौधरी का रुख कर चुके हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अपने दो क्षत्रपों के बीच की मोकामा के टिकट की लड़ाई में मुख्यमंत्री नीतीश कैसे फैसला कर पाते हैं।