पूर्व सांसद आनंद मोहन ने लालू प्रसाद यादव को घोर अहंकारी बताते हुए जबर्दस्त तंज कसा है। लालू एंड फैमिली पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र है। ऐसे में यहां केवल और केवल जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है। लेकिन लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बना देने की घोषणा कर चुके है। लेकिन उन्हें मालूम होना चाहिए कि लोकतंत्र में जनता ही फैसला लेती है। कोई भी माता-पिता अपने बेटे को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। हर किसी को सपने देखने का अधिकार है। उन्होंने लालू यादव के उस बयान पर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकता। आनंद मोहन ने इसे लालू का अहंकार करार देते हुए कहा कि जनता उनके इस अहंकार को आने वाले चुनाव में तोड़ कर रख देगी।
दरअसल जैसे—जैसे बिहार में विधानसभा चुनाव का समय निकट आता जा रहा है, राजनीतिक पार्टियां और राजनेता एक दूसरे पर वार पलटवार में कहीं भी नहीं चूक रहे। आनंद मोहन का लालू पर ताजा हमला भी इसी की कड़ी माना जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में 2020 में आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को आरजेडी ने ही टिकट दिया था, जिसके बाद वह विधायक बने थे। हालांकि बीच कार्यकाल में चेतन आनंद बागी हो गए और अब वह एनडीए खेमे में चले गए हैं। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद जेडीयू के टिकट पर सांसद बनी हैं।
सांसद आनंद मोहन ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार निशाना साधते हुए कहा कि अहंकार किसी का नहीं रहता है। लोकतंत्र में जनता फैसला लेती है। कोई भी माता-पिता अपने बेटे को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता है। ख्याली पुलाव बनाने और मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखने का सबको अधिकार है। तेजस्वी के पिताजी लालू यादव कहते हैं कि दुनिया की कोई भी ताकत उनके बेटे को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकती है। इस बात में पूरी तरह से अहंकार झलकता है। आनंद मोहन ने लालू यादव के बयान पर कहा कि लोकतंत्र में इस तरह का भाषण नहीं चलता है।