बिहार दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सीमांचल के अररिया में आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए का टार्गेट सेट कर दिया। वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बिहार में 4 दिवाली मनेगी। पहली जब प्रभु श्रीराम अयोध्या गए उस दिन की स्मृति में, दूसरी मोदी जी द्वारा कल ही 75 लाख जीविका दीदियों के खाते में 10-10 हजार रुपए भेजने की, तीसरी जीएसटी में मोदी जी द्वारा 395 से ज्यादा चीजों के दाम कम करने के लिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि हमें चौथी दिवाली बिहार में 160 से ज्यादा सीटों के साथ NDA-भाजपा की फिर से सरकार बनाने के लिए मनानी है।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि जब चुनाव के नगाड़े बजते हैं, तब सारे राजनीतिक दल जनसभाएं करते हैं। लेकिन भाजपा सबसे पहले कार्यकर्ताओं का सम्मेलन करती है। राहुल और लालू के लिए चुनाव अपनी पार्टी के लिए सिर्फ एक चुनाव है। लेकिन बीजेपी के लिए यह घुसपैठिये को भगाने का चुनाव है। आप हमे जिताएं, हम हमेशा के लिए घुसपैठिये को भगाएंगे। यह चुनाव बाढ़ से मुक्ति दिलाने के लिए चुनाव है। इस बार बिहारवासियों को चार दीवाली मनानी है। इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री ने अररिया और फारबिसगंज में भाजपा के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उन्हें आगामी बिहार विधानसभा चुनाव मेंं जीत के टिप्स दिये। करीब पांच हजार कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करते हुए उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरा और उन्हें पार्टी का असली मालिक बताया।
अमित शाह ने आगे कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में किशनगंज को छोड़कर हम सभी जिलों में नंबर वन पर रहे थे। बस एक कसर छूट गई थी, लेकिन इस बार किशनगंज में ही हम जीतेंगे। गृह मंत्री ने आगे कहा कि इस बार कांग्रेस के लिए यह चुनाव पूरे बिहार से घुसपैठियों को खदेड़ने का चुनाव है। मैं वादा करता हूँ कि इस बार एनडीए की सरकार बनवाकर हम बिहार से घुसपैठियों को निकाल फेंकेंगे। शाह ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि घुसपैठियों को वोट का अधिकार मिले। सीमांचल वालों, बताओ घुसपैठियों को वोट का अधिकार मिलना चाहिए क्या? राहुल बाबा कान खोलकर सुन लो, बिहार और देश से चुन-चुनकर घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे। यह चुनाव बिहार से घुसपैठियों को बाहर निकालने का चुनाव है।