राजद के तेजस्वी यादव के बाद अब बिहार के एक और माननीय दो—दो वोटर कार्ड रखने के मामले में फंसते दिख रहे हैं। खबर है कि काराकाट से भाकपा (माले) के सांसद सुदामा प्रसाद की पत्नी का दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र होने का मामला सामने आया है। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। सांसद ने एसआईआर को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दी थी। याचिकाकर्ता और भाकपा माले के सांसद सुदामा प्रसाद की पत्नी शोभा देवी के पास कथित तौर पर दो मतदाता पहचान पत्र, आरजीएक्स 3264140 और डब्ल्यूवीए 0308544, थे।
‘दोहरे ईपीआईसी नंबर पर विवाद
बिहार चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि उनकी एक मतदाता पहचान पत्र संख्या आरा विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत थी, जहां लावारिस सेवा केंद्र को मतदान केंद्र बनाया गया था। जबकि उनका दूसरा वोटर आईडी कार्ड अगियांव विधानसभा क्षेत्र से संबंधित था जहां सामुदायिक भवन अरैल को मतदान केंद्र बनाया गया था। दोहरे ईपीक नंबर विवाद का यह ताजा मामला राजद नेता तेजस्वी यादव से जुड़े विवाद की ही तरह का प्रतीत होता है, जिनके पास भी कथित तौर पर ‘दोहरे’ मतदाता फोटो पहचान पत्र नंबर हैं।
तेजस्वी के दावे पर बवाल
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची संशोधन को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए, सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई 12 अगस्त तक टाल दी थी और आश्वासन दिया कि अगर मतदाता सूची में ‘बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से बाहर’ किए जाते हैं तो वह तुरंत हस्तक्षेप करेगा। तेजस्वी यादव ने पटना में दावा करके राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया कि बिहार की मसौदा मतदाता सूची में उनका नाम गायब है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने संकेत दिया कि उनके पास ‘दो’ ईपीआईसी नंबर हो सकते हैं, जिनमें से केवल एक ही एसआईआर में मान्य है। इस संबंध में तेजस्वी को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।