लोजपा-आर के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के प्लान को एनडीए की अगुआ पार्टी भाजपा ने हरी झंडी दे दी है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा है कि गठबंधन में मिली सीट पर कोई भी सहयोगी पार्टी किसे लड़ाएगी, ये उनका मामला है। यानी अगर चिराग उनकी पार्टी को मिली किसी सीट पर खुद विधान सभा चुनाव लड़ते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। इससे साफ है कि बिहार एनडीए की बड़ी पार्टी चिराग पासवान को लेकर राज्य में दूर की कौड़ी खेल रही है। जदयू में नीतीश के बाद कोई बड़ा चेहरा नहीं है, ना बिहार भाजपा में ही राज्य स्तर पर कोई करिश्माई नेता। उपर से नीतीश की बढ़ती उम्र और उनके द्वारा कई मौकों पर बढ़ती उम्र के असर वाले वाकये। इस सबको ध्यान में रखकर देखें तो आगे चलकर सबकी सहमति से चिराग पर एनडीए दांव लगाए तो कोई आश्चर्य नहीं।
केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों ने इस थ्योरी कि वे आगे चलकर बिहार में एनडीए का चेहरा हो सकते हैं, को काफी बल दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसपर बयान देते हुए कहा है कि—’कोई भी नेता अपनी पार्टी की बेहतरी के लिए कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। गठबंधन दल के नेता को और गठबंधन दल को कहां से किनको चुनाव लड़ना है ये उनका एकक्षत्र अधिकार है। इसलिए उसमें कहीं संशय ही नहीं होना चाहिए कि किसी दल के बारे में कोई चर्चा करने की आवश्यकता है। सभी दल को अपना-अपना अधिकार है कि वह अपने सीट का उपयोग जिस तरह से भी करना चाहे कर सकते हैं।’
दिलीप जायसवाल से जब पूछा गया कि एलजेपी (आर) के कार्यकर्ता चिराग पासवान को मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं, इसपर उन्होंने कहा कि किसी भी दल के नेता को अपने तरीके से पार्टी चलाने का अधिकार है। अब दिलीप जायसवाल के इस बयान के बाद यह संशय उपजना लाजिमी है कि क्या उन्होंने ये बात एनडीए में सभी दलों की राय जानने के बाद कही या यह उनका निजी विचार है। सवाल यह भी है कि क्या बीजेपी की सहमती से चिराग बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना चाह रहे या यह उनका खुद का फैसला है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग ने एनडीए से अलग होकर जेडीयू के खिलाफ प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन बीजेपी के खिलाफ नहीं। इससे तब एनडीए में शामिल जदयू को नुकसान हुआ था, लेकिन बीजेपी को नहीं।
विदित हो कि चिराग पासवान को लेकर चर्चा है कि वह बिहार की राजनीति करने के लिए दिल्ली से लौटने की प्लानिंग कर रहे हैं। यह भी चर्चा है कि चिराग पासवान सामान्य सीट से विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं। इस समय चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (आर) भाजपा, जदयू के साथ ही एनडीए का घटक दल है। ऐसे में बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का चिराग के विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा पर यह कहना कि कोई भी नेता अपनी पार्टी की बेहतरी के लिए कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है, कई सवालों और संकेतों को जन्म देता है। इसमें एक संकेत यह भी हो सकता है कि भविष्य में एनडीए चिराग को बिहार में अपना नेता बना सकता है।