प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण में हुए रिकार्ड मतदान के बाद एनडीए की बंपर जीत का दवा करते हुए कहा कि इस बार तो बिहार ने कमाल कर दिया है। पहले चरण में जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीतामढ़ी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार चुनाव के पहले चरण में जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका लग गया। उन्होंने आरजेडी और महागठबंधन को निशाने पर लेते हुए उनपर कट्टा सरकार लाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि उनके मंसूबे पर जनता ने पानी फेर दिया है। बिहार के नौजवानों ने प्रथम फेज की वोटिंग में विकास को चुना है, एनडीए को चुना है। बिहार की बहनों-बेटियों ने भी एनडीए की रिकॉर्ड विजय पक्की कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप लोगों में वोटिंग के इन 3 मिनट में अच्छे-अच्छों की नींद उड़ा दी है। यही तो जनता-जनार्दन की ताकत होती है। हम आज सीतामढ़ी में जो माहौल देख रहे हैं, वो दिल को छूने वाला है। ये माहौल भी इस बात का संदेश दे रहा है कि- नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर एक बार एनडीए सरकार। RJD वाले बिहार के बच्चों के लिए क्या करना चाहते हैं, ये इनके नेताओं के चुनाव प्रचार में साफ-साफ दिखता है। आप जरा इन जंगलराज वालों के गाने और इनके नारे सुन लीजिए। आप कांप जाएंगे कि ये क्या सोचते हैं, क्या बोलते हैं। RJD के मंचों पर मासूम बच्चों से कहलवाया जा रहा है कि उन्हें रंगदार बनना है।
पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा, ‘बिहार का बच्चा रंगदार बनना चाहिए या डॉक्टर बनना चाहिए’? बिहार का बच्चा अब रंगदार नहीं, बल्कि इंजीनियर, डॉक्टर, एडवोकेट और अदालत में जज बनेगा। अब बिहार में हैंड्स अप कहने वालों के लिए जगह नहीं है। अब तो बिहार में स्टार्टअप के सपने देखने वाले चाहिए। हम बच्चों के हाथ में किताबें, कंप्यूटर, लैपटॉप दे रहे हैं। हमारे बच्चे खेल में आगे बढ़ें, इसलिए हम उन्हें बैट, हॉकी स्टिक, फुटबॉल और वालीबॉल दे रहे हैं। जंगलराज का मतलब है-कट्टा, क्रूरता, कटुता, कु:संस्कार, करप्शन। ये कु:संस्कार से भरे हुए लोग हैं, कुशासन का राज चाहते हैं। आप इनके झांसे में मत आइएगा। वरना बिहार फिर उसी जंगलराज के दलदल में धंस जाएगा।