हाजीपुर लोकसभा सीट पर चाचा भतीजे के लड़ाई अब हुई खत्म:-
बिहार के हाजीपुर लोकसभा सीट पर चाचा भतीजे के लड़ाई काफी सुर्खियां बटोरा है। चाचा(पशुपति पारस) और भतीजे(चिराग पासवान) हाजीपुर सीट पर लगातार दावा कर रहे थे। दोनों ने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने का दावा भी कर चुके थे। वहीं एनडीए ने लोजपा(रा) यानी चिराग पासवान को अहमियत देते हुए उन्हें सीट शेयरिंग में हाजीपुर सहित बिहार का पांच लोकसभा सीट दिया। वहीं इससे रालोजपा प्रमुख पशुपति पारस नाराज दिखें साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इस्तीफा भी दे दिया। वहीं कुछ दिनों के बाद ही पशुपति पारस और एनडीए के बीच की नाराजगी खत्म हो गई।
चिराग पासवान हाजीपुर से नामांकन:-
वहीं अब चिराग पासवान हाजीपुर से नामांकन करने वाले हैं। वहीं उन्होंने कहा है कि, वह अपने नामाकंन कार्यक्रम में आने के लिए अपने चाचा पशुपति पारस को भी आमंत्रण देंगे। बता दें कि, हाजीपुर में पांचवें चरण में यानी 20 मई को मतदान होगा। वहीं पांचवे चरण के लिए नामाकंन प्रकिया भी शुरू हो गया है। उम्मीदवार अपना नामांकन हाजीपुर सीट से भर भी रहे हैं। लगातार नेताओं के द्वारा क्षेत्र का दौरा भी किया जा रहा है। इसी बीच जमुई सांसद चिराग पासवान कार्यक्रम में शामिल होने देर रात हाजीपुर पहुंचे थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा:-
जहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि अपने चाचा पशुपति कुमार पारस को अपने नामांकन के दिन निमंत्रण जरूर देंगे आना और ना आना फैसला उनके हाथ में है। चिराग पासवान ने कहा है कि अपने चाचा को हर दम हर कार्यक्रम में निमंत्रण देते हैं। लेकिन नहीं आने का फैसला उनका होता है। हम घर में सबसे छोटे हैं और हमारा फर्ज भी है निमंत्रण देने का फैसला तो उनको लेना है। 2 मई में के दिन हाजीपुर में चिराग पासवान अपना नामांकन हाजीपुर लोकसभा सीट से दाखिल करेंगे।
हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में एनडीए के नेताओं के द्वारा एक भव्य जनसभा:-
इसके बाद हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में एनडीए के नेताओं के द्वारा एक भव्य जनसभा को संबोधित भी किया जाएगा। वहीं चिराग पासवान ने कहा है कि मतगणना के बाद पूरे देश में चौंकाने वाला रिजल्ट सामने आएगा। वहीं ईवीएम के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आ गया है। अब किसी को इस पर विवाद नहीं करना चाहिए नहीं तो यह न्यायालय का अवहेलना होगा। अपनी हार का ठीकरा विपक्षी ईवीएम पर ही फोड़ता है। अगर ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो कांग्रेस जहां पर सत्ता में है उसे छोड़ दे। वहीं चिराग पासवान वैशाली जिले के जंदाहा में हुए अग्निकांड में जेल 1000 से ज्यादा घर एवं मृतक के परिवार वालों से मुलाकात किया है।