होली और जुमा एक ही दिन पड़ने से देशभर में मचे बवाल के बीच अब दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने एक ऐसी बात कह दी जो इस सारे विवाद में आग में घी डालने वाला साबित हो रहा है। दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि होली के दिन जुमे की नमाज के समय को किसी भी सूरत में नहीं बदला जा सकता। ऐसे में जुमे की नमाज को देखते दरभंगा में होली खेलने पर दो घंटे का ब्रेक लगा देना चाहिए। इधर दरभंगा मेयर के इस सुझाव पर भाजपा भड़क गई। भाजपा नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मेयर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, होली पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। वो मेयर आतंकवादी मानसिकता वाली महिला है। उसके परिवार को हम जानते हैं। वो कैसे रोक लेगी होली। होली नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी।
होली खेलने वाले मस्जिद से दूरी बनाकर रखें
दरअसल होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने को लेकर दरभंगा जिला प्रशासन ने एक शांति बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में दरभंगा नगर निगम की मेयर अंजुम आरा ने प्रशासन से अपील की कि 12:30 बजे से 2:00 बजे तक होली के उत्सव को अस्थायी रूप से रोका जाए। हालांकि मेयर द्वारा सुझाए गए समय पर होली स्थगित करने के सुझाव पर दरभंगा डीएम ने असहमति जताई और कहा कि इससे पहले भी लोग मिलकर होली और रमजान मना चुके हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस बार भी दोनों त्योहार सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाए जाएंगे।
इसबीच दरभंगा मेयर अंजुम आरा के बयान के बाद तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है। जहां जदयू ने इसपर सधी हुई प्रतिक्रिया दी है वहीं आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि दरभंगा मेयर का जो बयान आया है इसका हिंदुस्तान में कोई स्थान नहीं है। ये देश अपने नियम, कानून और संविधान से चलेगा। यहां पर सभी धर्मों को अपने-अपने पर्व त्यौहार मनाने की आजादी है। ये बिहार की धरती है उत्तर प्रदेश का संभल नहीं है। यहां गंगा-यमुना तहजीब किसी भी कीमत पर कायम रहेगी। यहां लोग होली भी मनाएंगे और रमजान के जुमे की नमाज भी अदा करेंगे। चुनावी साल में बीजेपी सांप्रदायिकता का जहर फैलाना चाहती है। ये किसी कीमत पर संभव नहीं है। वहीं पटना में भाजपा के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी कहा कि दरभंगा मेयर का फरमान बर्दाश्त के काबिल नहीं है। जुमा हो या होली सब मनाया जाएगा। उनका बयान धार्मिक भावनाओं में उन्माद फैलाने वाला है।