पटना : राम मंदिर निर्माण में पहली ईट रखने वाले राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य कामेश्वर चौपाल का आज दिल्ली अस्पताल में निधन हो गया। दलित समाज से आने वाले कामेश्वर चौपाल ने बिहार की राजनीति में काफी लंबा समय दिया। 2004 से लेकर 2014 तक वो एमएलसी रहे। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कई बार चुनाव लड़ा लेकिन, सफलता नहीं मिली। बिहार के दिवंगत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री लोजपा सुप्रीमों रामविलास पासवान के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था। लेकिन, हार का सामना करना पड़ा था।
कामेश्वर चौपाल ने ही रोटी के साथ राम का नारा दिया था। 1989 में 9 नवंबर को धर्मगुरुओं के कहने पर राम मंदिर निर्माण के लिए हुए शिलान्यास कार्यक्रम में उन्होंने पहली ईंट रखी थी। इस कारण से उनको संघ द्वारा पहला कर सेवक का भी दर्ज मिला। कामेश्वर चौपाल एक सच्चे और अच्छे हिन्दू होने के साथ ही बिहार में अपनी साफ सुथरी राजनीतिक जीवन बिताई। इस कारण से वो लोग के बीच काफी प्रिय रहे। आज उनके जाने से सिर्फ भाजपा के लिए ही नहीं, बल्कि हिंदू समाज के लिए भी अपूर्णीय छती है।