बिहार में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 50 के करीब पहुंच चुका है। अब तक सिवान, गोपालगंज और छपरा में जहरीली शराब पीने से 48 लोगों की मौत हो चुकी है और विभिन्न अस्पतालों में 70 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई हैं और कई गंभीर हालत में हैं। इधर राज्य में शराबबंदी और लगातार हो रही मौतों पर जब केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जो जवाब दिया उससे हर कोई हैरान रह गया।
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। सिर्फ बिहार ही नहीं, अन्य जगहों से भी ऐसी खबरें आते रहती हैं। जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार सरकार बहुत तत्परता से काम कर रही है। घटना के खिलाफ अपराधियों को पकड़ा जाता है और उनपर कार्रवाई की जाती है। घटना के खिलाफ भी एक्शन लिया जाता है। लेकिन इसपर कोई राजनीति करे, तो क्या कहा जा सकता है।
विदित हो कि मांझी कई बार शराबबंदी के खिलाफ बोल चुके हैं। शराबबंदी के खिलाफ बयान देते हुए उन्होंने कहा था कि इसको लेकर समीक्षा करने की जरूरत। मांझी और विपक्ष की मांग पर ही शराबबंदी कानून पर साल 2022 में नीतीश सरकार ने दोबारा समीक्षा की थी और कानून में थोड़ी नरमी लाई गई थी।