नवादा : जिले के थानेदारों व चौकीदारों की शराब माफियाओं से मिलीभगत की बातें हमेशा अखबारों की सुर्खियों में आने के बावजूद पुलिस कप्तान की चुप्पी से शराबबंदी प्रभावित होता आ रहा है। होम डिलीवरी व शराब निर्माण व बिक्री आम है। शराब निर्माण की भट्ठियों को ध्वस्त किया जाना इसका ज्वलंत उदाहरण है।
फरमान था जिस थाने में शराब निर्माण, बिक्री की शिकायत आयेगी वहां के थानेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। जिले में शायद ही ऐसा कोई थाना हो जहां प्रतिदिन कहीं न कहीं शराब की बरामदगी न होती हो। या फिर शराब भट्ठी ध्वस्त न किया जा रहा हो। बावजूद किसी थानेदार के विरुद्ध कार्रवाई हुआ क्या? जी हां! शराब थानेदार व चौकीदार की काली कमाई का अबैध श्रोत बना हुआ है।
ऐसा ही एक आडियो सामने आया है जो थानेदार व चौकीदार की शराब माफियाओं से मिलीभगत की पोल खोल रहा है। आडियो जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना से जुड़ा है। वैसे मैं इस आडियो की पुष्टि नहीं करता। आडियो रजौली थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र धमनी पंचायत की छतनी गांव से जुड़ा है। आडियो में थाना से लेकर चौकीदार मनोज पंडित की शराब माफियाओं से हुई बातचीत के अंश हैं। अब एकबार फिर पुलिस कप्तान की जबाबदेही है इसका सत्यापन करायें या फिर——-?