पटना के अगमकुआं इलाके में एशिया हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ. सुरभि राज को किसने मारा, यह गुत्थी पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई है। पुलिस को शक है कि हत्या करने वाला कोई करीबी है क्योंकि मर्डर के बाद मौके से सबूत मिटाने की कोशिश की गई और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में भी कोई बाहरी हत्यारा नहीं दिखा। मतलब साफ है कि यह किसी अंदर वाले का ही काम है। सुरभि के पिता ने जो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है उसके अनुसार हत्या की साजिश का शक अस्पताल के ही कर्मियों पर जताया गया है।
पुलिस को अस्पताल कर्मियों पर हत्या का शक
पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सुरभि के पिता राजेश सिन्हा ने पुलिस को बताया कि उनके दामाद राकेश रौशन ने उन्हें फोन करके बताया कि सुरभि गिर गई है और बेहोश हो गई है। जब वे अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि सुरभि को गोली मार दी गई है। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या किसने की? पुलिस को शक है कि हत्यारा कोई करीबी है। अगमकुआं थाना क्षेत्र के धनुकी मोड़ स्थित एशिया हॉस्पिटल में सुरभि राज की उनके चैंबर में ही 7 गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। उल्लेखनीय है कि घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही सुरभि के खून के निशान धो दिए गए थे।
एशिया हॉस्पिटल में मर्डर की गुत्थी उलझी
एएसपी अतुलेश झा ने बताया कि घरवालों ने साजिश की बात कही है। इस मामले में पुलिस फिलहाल परिजनों से पूछताछ कर रही है। पुलिस आपसी विवाद सहित सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने अस्पताल के आधा दर्जन कर्मचारियों से भी पूछताछ की है और अब उनके बयानों का क्रॉस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि हत्या के बाद आखिर किसने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की। पुलिस को शक है कि साजिशकर्ता को सुरभि की हर गतिविधि और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के बारे में जानकारी थी। यह भी आश्चर्य की बात है कि अस्पताल मेंं सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा काम कर रहा था। उस कैमरे में कोई संदिग्ध अस्पताल के अंदर आता-जाता नहीं दिखा। ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारा या तो अस्पताल के पीछे के दरवाजे से निकल गया या वो वहीं मौजूद था।