वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में समूह पर वर्चस्व हासिल करने के लिए दो बाघों के बीच हुई खूनी भिड़ंत में एक टाइगर मारा गया जबकि दूसरा भी जख्मी हालत में घने जंगल में भाग गया। घटना टाइगर रिजर्व के मंगूराहा वन क्षेत्र अंतर्गत अमहवा की है। मौके पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मी दूसरे घायल बाघ की तलाश कर रहे हैं ताकि उसका इलाज कर उसे बचाया जा सके।
जानकारी के अनुसार बाघों के प्रजनन का सीजन चल रहा है। ऐसे में बाघ पूरे इलाके पर अपना आधिपत्य जमाने के लिए काफी उग्र हो जाते हैं। बीते दिन दो बाघ समूह और इलाके पर अपना वर्चस्व बनाने के लिए आपस में भिड़ गए। उनके बीच जबर्दस्त जंग हुई। इसमें एक बाघ की मौत हो गई और उसका शव वनकर्मियों ने बरामद कर लिया है। वन विभाग की टीम ने दूसरे बाघ की तलाश में जुटी है। उस बाघ के भी घायल होने की बात कही जा रही है। अगर जख्म गहरे होंगे तो उसकी भी मौत हो सकती है।
वन विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी कि इलाके पर अपना आधिपत्य हासिल करने के लिए बाघों के बीच लड़ाई उनका नैसर्गिक चरित्र है। दो बाघ के बीच क्षेत्र के वर्चस्व को लेकर हिंसक लड़ाई होती रहती है। यह कभी—कभी काफी हिंसक होती है। वर्तमान लड़ाई में घायल हुए बाघ को लेकर वनकर्मी चिंतित हैं क्योंकि अगर समय रहते उसके घावों का इलाज नहीं किया गया तो उसकी भी जान जाने की आशंका है। इस समय वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 50 से अधिक है।