मोतिहारी में एक शादी समारोह उस वक्त रण क्षेत्र बन गया जब वर-वधू विवाह से पूर्व जयमाला के मंच पर एकत्रित हुए थे। दुल्हन अपनी सहेलियों के साथ मंच पर दूल्हे को माला पहनाने के लिए तैयार खड़ी थी। दोनों पक्ष काफी खुश थे। इतने में एक विवाद ने दोनों तरफ के परिजनों के बीच जूतम पैजार करा दिया। जमकर फैटा—फैटी हुई और लात घूंसे चलने लगे। अपने रिश्तेदारों और परिजनों को इस कदर पिटते देख दूल्हा भड़क गया। इसके बाद मंच पर मौजूद वर ने शादी से इनकार कर दिया। दूल्हे के पिता, भाई, चाचा समेत कई बारातियों को बुरी तरह पीटा गया था। नतीजतन वर पक्ष के लोग बारात वापस लौटा ले गए।
दरअसल पूरा मामला मोतिहारी के नकरदेई थाना क्षेत्र स्थित सिरिसियामाल गांव की है। यहां के मुन्नीलाल साह की पुत्री की शादी रामगढ़वा थाना क्षेत्र के नारीरगिर गांव के रहने वाले प्रमोद साह के पुत्र के साथ तय हुई थी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। दरवाजे पर बारात भी आ गई। बारातियों का स्वागत भी पूरे रीति—रिवाज के साथ किया गया। लेकिन जब स्टेज पर जयमाला का कार्यक्रम शुरू हुआ तो फ़ोटो खींचने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। देखते-देखते पूरा शादी स्थल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। दोनों तरफ से लात घूंसे, जूता चप्पल चलना शुरू हो गया और वर पक्ष के परिजन बाराती को लेकर वहां से लौट गए।
जानकारी के अनुसार लड़की वालों ने इस सारे विवाद के दौरान दूल्हे को जबरन रोक लिया। इसके बाद लड़की के घरवाले और स्थानीय ग्रामीण दूल्हे पर शादी करने का दबाव बनाने लगे। लेकिन दूल्हे ने शादी करने से मना कर दिया। इतने में किसी ने इसकी सूचना स्थानीय नकारदेई थाने को दे दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को बैठा कर विवाद को सुलझाया और मामला शांत कराकर शादी को संपन्न करवा दिया।। नकरदेई थानाध्यक्ष रामशरण साह ने बताया, शादी के दौरान फोटो सेशन को लेकर दोनों पक्षों मारपीट की सूचना प्राप्त हुई। मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों के परिजनों की मध्यस्थता कर आपसी सहमति से पूरा विवाद सुलझ गया है।