बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज बुधवार को भी भारी हंगामा हुआ। हालात यहां तक पहुंच गए कि स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। आज जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वक्फ विधेयक को लेकर विपक्ष के विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। महागठबंधन के विधायक वेल में पोस्टर लेकर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ने उन्हें ऐसा करने से मना किया, लेकिन वे नहीं रुके। इसके बाद विपक्षी विधायक वक्फ विधेयक वापस लेने की मांग करने लगे। इस दौरान विपक्षी विधायक लगातार—’नीतीश कुमार चुप्पी तोड़ो’ का नारा लगाते रहे। भारी हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने बार—बार चेतावनी दी। लेकिन विपक्ष के विधायक सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
आज बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा पोर्टिको में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ महागठबंधन के विधायकों का प्रदर्शन शुरू हो गया था। सभी विपक्षी विधायक पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा के बाहर परिसर में केंद्र सरकार और नीतीश के खिलाफ नारेबाजी की। विपक्षी विधायक इस विधेयक को काला कानून बता रहे हैं। उन्होंने इसे पूरी तरह असंवैधानिक बताया और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री से इसपर चुप्पी तोड़ने की मांग की। इसबीच खबर है कि शुक्रवार 28 मार्च को बिहार विधानसभा की बैठक नहीं होगी। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने सदन में यह प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही नहीं होगी और गुरुवार 27 तारीख को ही विधानसभा की कार्यवाही खत्म हो जाएगी।
इधर सदन के अंदर पूरे हंगामे के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में ही थे। हंगामे के दौरान विपक्ष के विधायक हंगामा करते हुए वेल में पहुंच गए। हंगामे को देखते हुए मार्शलों को रिपोर्टर टेबल की सुरक्षा में लगाया गया। वही विपक्ष लगातार ‘मुसलमानों को निशाना बनाना बंद करो’, आदि नारे जोर—शोर से लगा रहे थे। हालांकि इस सबके बीच विधानसभा के स्पीकर नंदकिशोर यादव ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की। विस अध्यक्ष ने कहा कि आप अपने स्थान पर जाकर अपनी बात कहिए। सत्र के दो दिन अंतिम है तो क्यों ऐसा कर रहे हैं? शून्यकाल में अपनी बात कहिएगा। विधानसभा के स्पीकर यह सब कहते रहे लेकिन विपक्ष के विधायक मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।