बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज पांचवें और अंतिम दिन भी सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। शुक्रवार को जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ स्मार्ट मीटर को लेकर विपक्ष के विधायकों ने शोरगुल शुरू कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय प्रश्नकाल के तहत डेंगू से हुई मौतों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान विपक्षी विधायक नारेबाजी करते हुए स्मार्ट मीटर की गड़बड़ियों को लेकर वेल में चले गए और वहां जाकर हंगामा करने लगे। इस सब के दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव बार—बार विपक्षी विधायकों को समझाकर शांत कराने की कोशिश करते देखे गए। स्पीकर के बार—बार आग्रह करने के बाद भी जब विपक्षी विधायक अपनी सीट पर नहीं गए तब विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दिन के दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
सदन के अंदर और बाहर हंगामा, नारेबाजी
दरअसल आज शुक्रवार को शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है। लेकिन आज भी सदन की कार्यवाही हंगामेदार होने के आसार हैं। पहले ही प्रश्नकाल बाधित हो चुका है। दो बजे के बाद जब सदन दोबारा शुरू होगा तब गैर सरकारी संकल्प पर भी चर्चा होनी है। उधर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानमंडल भवन के परिसर में भी तमाम विपक्षी दलों के विधायक तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते रहे। वहां नारेबाजी कर रहे राजद विधायकों का कहना था कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं परीक्षा होने जा रही है। उसमें जिस तरह से अलग-अलग प्रश्नपत्र के सेट और अलग-अलग परीक्षा ली जा रही है। इससे छात्रों में आक्रोश है। इससे रिजल्ट प्रभावित होगा और नॉर्मलाइजेशन के नाम पर यह बहुत बड़ी गलती की जा रही है।
BPSC और सिपाही भर्ती को लेकर प्रदर्शन
उधन विधान परिषद के बाहर भी राबड़ी देवी के नेतृत्व में राजद के विधायकों ने खूब प्रदर्शन किया और रोजगार के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जनता और छात्रों में सरकार को लेकर बहुत आक्रोश है। रिजल्ट प्रभावित होने की लोगों में आशंका है। छात्रों की मांग है कि एक तरह की परीक्षा एक साथ होनी चाहिए। अलग-अलग क्वेश्चन सेट नहीं होना चाहिए। दूसरी बात यह है कि सिपाही भर्ती की परीक्षा में भी जो आप ईडब्ल्यूएस वगैरह में भी आप करंट सर्टिफिकेट मांग रहे हैं, वह गलत है। पुराने सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी दिया जाता है। इसकी वजह से भी बहुत लोग प्रभावित हो रहे हैं।