राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रहे केरल के वायनाड में मंगलवार तड़के एक के बाद एक हुए कई लैंड स्लाइड से भारी तबाही हुई। अब तक 50 लोगों के मरने और सैंकड़ों के लापता होने की खबर है। तबाही का मंजर इतना भयावह है कि मौत का आंकड़ा 200 से भी पार जा सकता है। भारी बारिश, लैंड स्लाइड और फिर इसके बाद आए कीचड़ के सैलाब ने कई गांवों का पूरी तरह सफाया कर दिया है। भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में चूरलपारा, वेलारीमाला, मुंडकायिल और पोथुकालू शामिल हैं। मलबे में सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। मकान, मवेशी, गाड़ियां सबकुछ कागज के नाव की तरह सैलाब में बह गए। प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के सीएम से फोन पर बात की है और हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
एक के बाद एक कई जगहों पर भूस्खलन
जानकारी के मुताबिक वायनाड के मेप्पाडी के पास रात 2 बजे पहला भूस्खलन हुआ। इसके बाद सुबह 6 बजे तक इलाके में एक के बाद एक 3 भूस्खलन हुए। भारी भूस्खलन के बाद दुकानों और वाहनों सहित चूरलमाला शहर का एक हिस्सा लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो गया। रात करीब 2 बजे, कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ, इससे लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक फायर फाइटर्स और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो में इस सैलाब की चपेट में कई मकान और गाड़ियां भी आती देखी जा रही हैं।
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा, रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने मंगलवार को मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कासरगोड और कन्नूर जिलों में रेड अलर्ट की घोषणा की है। भारी बारिश ही वायनाड में भूस्खलन की वजह बनी जिससे कीचड़ के सैलाब में मकान और गाडि़यां किसी कागज की नाव की तरह बह गईं। रात करीब एक बजे मुंडक्कई कस्बे में पहला भूस्खलन हुआ। जब बचाव अभियान जारी था, तभी सुबह करीब 4 बजे चूरलमाला स्कूल के पास दूसरा भूस्खलन हुआ। यहां एक शिविर के रूप में काम कर रहे स्कूल और आस-पास के घरों और दुकानों में पानी और कीचड़ भर गया। मौसम विभाग ने वायनाड समेत 4 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
पीएम ने की 2 लाख मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में लोगों की मौत पर दुख जताया और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की। भारी बारिश के कारण फायर फोर्स या फिर पुलिस इस क्षेत्र में नहीं पहुंच पा रही हैं जिससे राहत व बचाव में बाधा आ रही है।