शेखपुरा में आज सोमवार को देश की बहुचर्चित ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। जानकारी के अनुसार नवादा से क्यूल की ओर जा रही वंदे भारत ट्रेन शेखपुरा जंक्शन पार करने के बाद जखराज स्थान रेलवे फाटक के पास दो भैंसों से टकरा गई। इस दौरान भैंसों को बचाने की कोशिश कर रहे पशुपालक ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे में ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
बताया जाता है कि हादसा आज सुबह करीब 11 बजे हुआ। बताया गया कि जैसे ही ट्रेन शेखपुरा जंक्शन से आगे बढ़ी, जखराज रेल फाटक के पास अचानक दो भैंसें रेलवे ट्रैक पर आ गईं। भैंसों को बचाने के लिए 50 वर्षीय चरवाहा गोपाल यादव ने पटरी पर दौड़ लगा दी। तभी वंदे भारत ट्रेन की जोरदार टक्कर उसे लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ट्रेन से टकराने से उसके दोनों भैंसों की भी जान चली गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मृतक का शव क्षत-विक्षत हो गया। घटना के बाद रेलकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इंजन को हुई क्षति का आंकलन किया। रेलवे प्रशासन ने भी इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
हादसे के बाद लोको पायलट ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। अचानक ब्रेक लगने से ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई और यात्रियों में दहशत फैल गई। टेक्निकल टीम ने प्राथमिक जांच के बाद ट्रेन को दो मिनट में ही रवाना कर दिया। हालांकि, ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन को क्यूल-गया रेलखंड पर बिना पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम के चला दिया गया है। ट्रेन की रफ्तार आमतौर पर 95-100 किलोमीटर प्रति घंटा होती है, जबकि शेखपुरा के इस क्षेत्र में रेल पटरी के दोनों ओर घनी आबादी है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि रेलवे ने अब तक न तो बैरिकेडिंग की है और न ही अंडरपास या अन्य सुरक्षा उपाय किए हैं।