बिहार के दो जिलों में आज सुबह-सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की अलग-अलग टीमों ने चार जगहों पर छापेमारी की। यह छापेमारी वैशाली जिले के हाजीपुर में तीन जगहों पर और मुजफ्फरपुर में एक जगह पर अभी भी चल रही है। चार घंटों से जारी इस छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है। हाजीपुर में एसडीओ रोड पर स्थित एक वकील के घर, बागमाली इलाके में एक जगह रेड पड़ी है। हाजीपुर में आज तड़के 5 बजे तो मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में देर रात से ही कई गाड़ियों में पहुंची एनआईए की टीम की कार्रवाई जारी है।
हथियार सिंडिकेट नेटवर्क के खिलाफ क्रैकडाउन
छापेमारी किस वजह से हो रही है, केट इसकी पुष्ट जानकारी तो सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा कि अंतराष्ट्रीय हथियार हथियार सिंडिकेट नेटवर्क के खिलाफ क्रैकडाउन के तहत यह सारी कार्रवाई हो रही है। वैशाली और मुजफ्फरपुर में चारों जगहों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। किसी को भी छापेमारी वाले ठिकाने के अंदर आने-जाने की मनाही है। हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एसडीओ रोड स्थित एक एडवोकेट के घर एनआईए की टीम ने सुबह पांच बजे पहुंचकर छापेमारी शुरू कर दी। एनआईए की टीम को देखते ही हड़कंप मच गया। टीम ने एडवोकेट के घर को घेर लिया। जानकारी के मुताबिक एनआईए टीम ने वकील संदीप कुमार सिन्हा उर्फ छोटू लला के घर रेड डाली है। एडवोकेट जमींन का कारोबार भी करता है। वैशाली एसपी ने एनआईए छापेमारी की पुष्टि की है लेकिन इसके बारे में उन्होंने कहा कि छापेमारी पर कुछ भी जानकारी एनआईए ही देगी।
मुजफ्फरपुर से खबर है कि वहां कुढ़नी में एक जनप्रतिनिधि के घर देर रात से ही केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा छापेमारी की जा रही है। इस कारण पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में बदल गया है। बताया गया कि कुढ़नी प्रखंड के फकुली थाना क्षेत्र के मनकौली गांव में एनआईए की टीम पहुंची हुई है। यहां मुखिया भोला राय के निजी आवास पर अचानक एनआईए ने छापेमारी की। कई घंटे बीत जाने के बावजूद एनआईए की टीम अभी भी मुखिया के निवास पर डटी है। इस छापेमारी के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर तैनात है और किसी भी बाहरी व्यक्ति को आसपास जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सूत्रों के अनुसार जिस मुखिया के आवास पर एनआईए की कार्रवाई चल रही है, उसके पुत्र को कुछ महीनों पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने अत्याधुनिक हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि इतनी बड़ी रेड केंद्रीय जांच एजेंसी के द्वारा किस कारण से की जा रही है इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।