यूपी : अयोध्या मंदिर में सियपिय मिलन समारोह के दुसरे दिन परम पूज्य लक्ष्मण किलाधीश सरकार श्री मैथिलीरमण शरण जी महाराज ने प्रभु श्रीराम के जीवन को आत्मसात करने जरूरत पर बल दिया , श्रद्घालुओं को प्रभु श्रीराम की जीवन हम सभी को हर स्थिति में कैसे रहना है, इसका संदेश देती है। प्रभु श्रीराम स्वयं भगवान विष्णु के अवतार थे।
राजघराने में उनका जन्म हुआ था; परंतु फिर भी भगवान श्रीराम ने पिता के वचन की पूर्ति हेतु अपना राज्याभिषेक त्याग कर, वनवास जाना स्वीकारा।मंदिर के पुजारी सीतावल्लभ शरण के मुताबिक अंतिम दिन करीब तीन हजार श्रद्घालुओं ने सियपिय मिलन समारोह व भंडारे में शिरकत करेंगे। श्रद्घालुओं को देखते हुए मंदिर मे व्यापक प्रबंध किए गए हैं
उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिन से आश्रम पर सियपिय मिलन समारोह चल रहा है। रोजाना श्रद्घालुओं का आना जाना लगा है , वहीं गुरुवार को समारोह का अंतिम दिन चिरांद सहित आसपास क्षेत्र के हज़ारों श्रद्घालु मंदिर पहुंचेगे।