दरभंगा में एक तीन साल के बच्चे का अपहरण कर उसे बेच देने का मामला सामने आया है। बच्चा यूपी का रहने वाला है और उसकी मां ने विश्वविद्यालय थाने में इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है। बच्चे की मां सोनम शर्मा ने दर्ज शिकायत में कहा है कि उसके पति सुनील शर्मा के दोस्त विशंभर चौधरी ने उनके बेटे को बहला-फुसलाकर अगवा कर लिया और बाद में उसे बेच दिया। विशंभर चौधरी सदर थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव का रहने वाला है तथा वह कानपुर में बच्चे के पिता सुनील शर्मा के साथ एक कंपनी में काम करता था।
दरभंगा के शख्स पर अगवा करने का आरोप
बच्चे की मां सोनम शर्मा ने बताया कि कानपुर में विशंभर शर्मा और हमलोग का घर आसपास था जिससे पारिवारिक संबंध बन गए। उसी क्रम में मेरे तीन वर्षीय बेटा अयान शर्मा विशंभर चौधरी से बहुत करीब हो गया। इस बीच विशंभर चौधरी ने हमसे कहा कि दरभंगा के श्यामा माई मंदिर में मन से मांगी हर मन्नत पुरी होती है। आप भी चलकर दर्शन कर लीजिए। उसके झांसे में आकर हमलोग करीब डेढ़ माह पूर्व दरभंगा उसके घर रानीपुर आ गए।
झांसा देकर बुलाया और बच्चा किया गायब
यहां आते ही मेरे पति बीमार पड़ गये। विशंभर चौधरी हमें श्यामा मंदिर घुमाने के बहाने अपने बच्चे के साथ श्यामा मंदिर व कई जगह ले गया। उसी क्रम में वो एक दिन मुझे गिलास में हरे रंग का तरल पदार्थ पीने को दिया। पीने के कुछ ही देर के बाद मेरा सिर घुमने लगा। मैं सबकुछ देख रही थी, परन्तु समझ नहीं पा रही थी। उस समय वहां पर चार-पांच आदमी थे। उसमें एक वकील भी थे। इस हालत में विशंभर चौधरी ने मुझसे लिखे हुए स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करवा लिया। इसी के बाद उनलोगों ने मेरे बेटे अयान शर्मा को गायब कर दिया।
10 लाख रुपये की कर रहे डिमांड
पीड़िता ने कहा कि जब मैंने विशंभर चौधरी से अपने पुत्र के संबंध में पूछा तो जान मार देने की धमकी देते हुए चुपचाप से चले जाने को कहा। रोते कलपते अपने पति के साथ बेगैर बच्चा के हम दोनों कानपुर चले गये। वहां जाते ही मेरे पति का बायां पैर टूट गया। मजबूर होकर उनके इलाज में लग गई और कोई मुकदमा नहीं कर पाई। मेरे पति स्वस्थ हुए तो मैं अपने बच्चे की तलाश में दरभंगा पहुंची तो मालूम हुआ कि विशंभर चौधरी ने मेरे बेटे को बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सिनुआरा गांव निवासी सुजाता झा, गौतम झा के हाथों बेच दिया है। सुजाता झा से संपर्क किया तो उन्होंने माना कि बच्चा उसके पास है। विडियो कॉल पर बच्चे को दिखाया, परन्तु बात नहीं करने दी। मैंने बच्चा देने को कहा तो, वे लोग बच्चा लौटने के एवज में हमसे 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।