चुनावी तारीखों के ऐलान से ठीक पहले आज शनिवार 4 अक्टूबर को टीआरई 4 के अभ्यर्थी एक बार फिर पटना की सड़कों पर उतरे। छात्र टीआरई 4 परीक्षा में फुल सीट पर बहाली निकालने की मांग कर रहे थे। छात्रों ने कहा कि एक दो दिन में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है जिसके बाद आचार संहिता लग जाएगी। सरकार ने पूर्व में ही कई दफे 1 लाख से अधिक सीटों पर टीआरई 4 की भर्ती कराने का वादा कर चुकी है। लेकिन अब वह अपने वादे से पीछे हटकर महज 26 हजार सीटों पर बहाली निकालने की बात कर रही। यह नाइंसाफी है। इसलिए हमलोग आज सीएम हाउस जाकर मुख्यमंत्री से अपनी बात कहना चाह रहे। इसबीच पुलिस ने पटना कॉलेज गेट के पास ही छात्रों के मार्च को रोक दिया। इसपर छात्र वहीं प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद छात्र नेता सौरभ के नेतृत्व में अभ्यर्थियों के एक डेलिगेशन को सरकार से बात करने के लिए ले जाया गया। खबर है कि सरकार ने कहा है कि 1 लाख से अधिक सीटों पर ही भर्ती निकाली जाएगी, लेकिन चुनाव के बाद। यानी यह साफ हो गया कि टीआरई 4 की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन अब नवंबर में 20 तारीख के बाद ही निकलेगा।
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बुलाया गया
दरअसल, आज शनिवार को पूर्व निर्धारित घोषणा के तहत बड़ी संख्या में टीआरई 4 शिक्षक अभ्यर्थी पटना कॉलेज के गेट पर एकजुट हुए। छात्रों ने भारी बारिश के बीच ही अपना धरना प्रदर्शन शुरू किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद हाथों में बैनर पोस्टर लेकर ये लोग मार्च करते हुए सीएम आवास घेरने के लिए निकले। लेकिन जैसे ही छात्र आगे बढ़े, पुलिस ने पटना कॉलेज के गेट के पास ही उन्हें रोक दिया। आज शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त भी पटना में हैं। इसके साथ ही छात्रों का आंदोलन भी प्रस्तावित था। इसे देखते हुए पूरे पटना में और खासकर कॉलेजों के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को पुलिस ने रोका
आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि नीतीश सरकार ठगने का काम कर रही है। एक लाख 20 हजार पदों पर बहाली निकालने का वादा सरकार ने किया था। लेकिन सिर्फ 26 हजार पदों पर बहाली निकालने की अब बात कर रही है। यह वादा खिलाफी है। आज हम लोग मार्च करते हुए सीएम आवास जाकर मुख्यमंत्री से अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन हमलोगों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। दो तीन दिनों में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा। आचार सहिता लगने से पहले हम लोग चाहते हैं कि एक लाख 20 हजार पदों पर भर्ती निकाली जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो विधानसभा चुनाव में बिहार के युवा नीतीश सरकार को सबक सिखा देंगे। वोट का बहिष्कार भी किया जाएगा। बहाली के नाम पर सरकार बेवाकूफ बनाने का काम सरकार को नहीं करने देंगे।