दो वोटर आईडी (EPIC) मामले में चुनाव आयोग द्वारा दिए गए नोटिस पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि जहां तक मेरा मामला है, मैं इस पर कुछ दिनों में पूरे तथ्य रखूंगा। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह इस बारे में सारी जानकारी सार्वजनिक करेंगे। तेजस्वी ने कहा कि इस मुद्दे पर आयोग को जवाब दिया जाएगा। दो वोटर कार्ड पर उन्होंने कहा कि इसमें क्या बड़ी बात है? चुनाव आयोग को हमें उन कई मतदाताओं के बारे में बताना चाहिए जिनके नाम सूची में नहीं हैं…। एक ही घर के 50 लोगों के नाम जोड़ दिए गए हैं। चुनाव आयोग द्वारा ऐसी कई गलतियां की गई हैं। हम इसे चुनाव आयोग को भेजेंगे और अदालत में अपना पक्ष रखेंगे।
नीतीश पर योजनाओं की चोरी का आरोप
तेजस्वी यादव ने इस दौरान एक बार फिर चुनाव आयोग और वोटर लिस्ट संशोधन प्रक्रिया पर तीखा हमला बोला और कहा कि SIR में गंभीर खामियां हैं जिस पर बात होनी चाहिए। एक ही घर से 50-50 लोगों का नाम वोटर लिस्ट में है। बूथ वाइज कई लोगों का नाम मतदाता सूची में नहीं है। हम इन सभी शिकायतों की सूची बनाकर चुनाव आयोग के पास भेजेंगे। हम लोग कोर्ट में भी अपना पक्ष रखेंगे। मालूम हो कि एक ही व्यक्ति का दो वोटर आईडी होना गैरकानूनी है। इसमें एक साल तक सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है। आयोग ने तेजस्वी यादव को दो वोटर आईडी रखने के कारण नोटिस भेजा है और उनसे ईपीआईसी नंबर पर जवाब मांगा है। आयोग का कहना है कि पिछले दो बार चुनाव से तेजस्वी जो आईडी नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं, वो अलग है।
चुनाव आयोग को ठहराया जिम्मेदार
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव खुद ही दो वोटर आईडी कार्ड मामले में फंस गए हैं। इस मामले में पटना के दीघा पुलिस थाना क्षेत्र में उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई है। आरजेडी नेता ने इसके बाद बिहार की नीतीश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने का फैसला किया गया है। यह मेरा आइडिया था जिसे चुराकर नीतीश जी अब उस पर काम कर रहे हैं। हमने पहले ही कहा था कि हमारी सरकार बनने के बाद डोमिसाइल लागू किया जाएगा। हम लोग जानते हैं कि आगे यही सरकार हमारी माई-बहिन योजना को भी कॉपी करेगी। इस सरकार के पास अपना कोई स्वतंत्र विजन नहीं है। अपनी कोई सोच नहीं है और सिर्फ चुनाव से पहले ऐसे लोकलुभावन वादे कर रही है। नीतीश कुमार सरकार हमारी योजनाओं को बस कॉपी पेस्ट ही कर रही है।