बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू पूर्ण शराबबंदी को जन सुराज की सरकार बनने पर एक घंटे के भीतर हटाने की बात करने वाले प्रशांति किशोर को अब कहीं न कहीं महागठबंधन से भी साथ मिलने वाली है। बिहार में नेता प्रतिपक्ष और राजद के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी के बाबजूद ताड़ी चालू कर के पासी समाज को आर्थिक मदद देने की बात कर रहे थे। लेकिन, अब वो शराबबंदी को हटाने को लेकर भी विचार करने की बात कह रहे हैं।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक यूट्यूब चैनल के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वार्ता के दौरान बिहार में सीएम नीतीश के द्वारा 2016 से लागू पूर्ण शराबबंदी के सवाल पर कहा कि सरकार बनने के बाद बुद्दिजीवियों को बुलाकर इसको लेकर राय विचार कर के बहुमत का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कसी भी चीज को लेकर ज्यादा आवाज उठने लगे तो उसपर विचार और समीक्षा करना ज़रूरी है। बता दें कि तेजस्वी यादव ने मार्च महीने में लवणी लेकर पहले ही यह एलान कर दिया है कि महागठबंधन की सरकार बनने पर तुरंत ताड़ी पर से प्रतिवंध हटा देंगे।
मालूम हो कि लगभग चार महीन में बिहार विधानसभा 2025 का चुनाव होना है। इससे पहले तेजस्वी यादव के इस बयान का सीधा मतलब निकाल जा सकता है कि उन्होंने बिहार सरकार के द्वार कराये गए जाति सर्वेक्षण में जारी लगभग एक फ़ासिद पासी समाज के आकड़े को साधना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घरेलु हिंसा और अपराध को रोकने के लिए 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कराया था। लेकिन, उसके बाद से ही विपक्ष के द्वारा सरकार को घेरा जा रहा है। जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने तो जिस दिन पार्टी बनाई उसी दिन ऐलान कर दिया था कि हम सरकार आते ही बिहार में शराब चालू करा देंगे।
वहीं, बिहार में जाति सर्वेक्षण के आकड़े को आते ही तेजस्वी यादव ने भी एक कार्यक्रम में पासी का लवणा लेकर मंच पर पहुँचते हैं और ऐलान करते हैं कि महागठबंधन की सरकार बनते ही पासी समाज की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून में बदलाव कर के ताड़ी पर से प्रतिबंध हटा दिया जायेगा। और अब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सरकार बनने के बाद बुद्दिजीवियों को बुलाकर शराबबंदी कानून को लेकर राय विचार कर के बहुमत का सम्मान करेंगे। अर्थात पूर्ण शराबबंदी पर से प्रतिबन्ध भी हटा सकते हैं।