पटना : बिहार में होने वाली आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। हर दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई है। पार्टी के तमाम नेतागण बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर लोगों को लुभाने में लगे हैं। वहीँ, महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी ने तेजस्वी यादव की टेंशन बढ़ा दी है। कांग्रेस का कहना है कि अगर चुनाव में बहुमत मिलती है तो सरकार में कांग्रेस के दो डिप्टी सीएम होंगे। एक मुस्लिम समाज के और दूसरा कोई भी…। इस पर लालू की पार्टी ने पलटवार करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि आरजेडी ही बड़े भाई की भूमिका में रहेगी।
दरअसल, सोमवार को खगड़िया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बिहार कांग्रेस के सह प्रभारी शाहनवाज आलम ने कहा है कि ये महागठबंधन विचारधारा के आधार पर बना है। इसमें छोटा भाई और बड़ा भाई का कोई भी मतलब नहीं है। बराबरी की विचारधारा पर बना यह गठबंधन बना है तो उसी के आधार पर निर्णय भी लिया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव का स्ट्राइक रेट देखकर ही विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा होगा। वहीँ, लालू यादव की पार्टी ने पलटवार करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि चाहे जो हो जाए आरजेडी ही बड़े भाई की भूमिका में रहेगी।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2024 में महागठबंधन में आरजेडी 23 सीटों पर लड़कर मात्र 4 सीटें जीती थी। वहीँ, कांग्रेस 9 सीटों में से तीन सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन में आरजेडी 144 और कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी थी। आरजेडी 75 और कांग्रेस 19 सीट जीती थी। इसका मतलब है कि कांग्रेस को लग रहा है कि उसका स्ट्राइक रेट राजद से कही ज्यादा बेहतर है। हालांकि, सरकार बदलने के बाद कई कांग्रेस के विधायक ने अपना पाला भी बदल लिया था। इसके बाद कांग्रेस के विधायक की संख्या में काफी कमी आई है।